उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- संत का आशीर्वाद*

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*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:-28/07/2025, सोमवार*
*चतुर्थी, शुक्ल पक्ष,*
*श्रावण*
(समाप्ति काल)

तिथि————- चतुर्थी 23:23:49 तक
पक्ष————————— शुक्ल
नक्षत्र——– पूर्वा फाल्गुनी 17:34:31
योग—————– परिघ 26:52:37
करण————— वणिज 10:57:22
करण———— विष्टि भद्र 23:23:49
वार————————- सोमवार
माह————————– श्रावण
चन्द्र राशि———- सिंह 23:58:59
चन्द्र राशि——————- कन्या
सूर्य राशि——————– कर्क
रितु—————————- वर्षा
आयन——————- दक्षिणायण
संवत्सर——————– विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर) ————–सिद्धार्थी
विक्रम संवत—————– 2082
गुजराती संवत—————– 2081
शक संवत——————— 1947
कलि संवत——————– 5126
सूर्योदय——————- 05:41:36
सूर्यास्त——————– 19:09:31
दिन काल—————– 13:27:54
रात्री काल—————– 10:32:37
चंद्रोदय——————- 08:53:15
चंद्रास्त———————21:31:35
लग्न—- कर्क 10°59′ , 100°59′
सूर्य नक्षत्र———————- पुष्य
चन्द्र नक्षत्र————–पूर्वाफाल्गुनी
नक्षत्र पाया——————— रजत

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

टी—- पूर्वा फाल्गुनी 11:12:32

टू—- पूर्वा फाल्गुनी 17:34:31

टे—- उत्तरा फाल्गुनी 23:58:59

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
============================
सूर्य= कर्क 10°49 , पुष्य. 3 हो
चन्द्र= सिंह 20 °30 , पू o फ़ा o 3 टी
बुध = कर्क 18°52 ‘ आश्लेषा 1 डी
शु क्र= मिथुन 02°05, मृगशिरा , 3 का
मंगल= सिंह 29°30 ‘ उ o फ़ा o 1 टे
गुरु=मिथुन 16°30 आर्द्रा , 3 ड
शनि=मीन 07°48 ‘ उ o भा o , 2 थ
राहू=(व) कुम्भ 26°20 पू o भा o, 2 सो
केतु= (व) सिंह 26°20 पूoफा o 4 टू
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 07:23 -09:04 अशुभ
यम घंटा 10:45-12:26 अशुभ
गुली काल 14:07 15:48 अशुभ
अभिजित 11:59 -12:52 शुभ
दूर मुहूर्त 12:52- 13:46 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:34- 16:28अशुभ
वर्ज्यम 25:16- 26:59 अशुभ
प्रदोष 19:10-21:17 शुभ

💮चोघडिया, दिन

अमृत 05:42-07:23 शुभ
काल 07:23-09:04 अशुभ
शुभ 09:04-10:45 शुभ
रोग 10:45-12:26 अशुभ
उद्वेग 12:26- 14:07 अशुभ
चर 14:07-15:48 शुभ
लाभ 15:48-17:29 शुभ
अमृत 17:29-19:10 शुभ

🚩चोघडिया, रात

चर 19:10-20:29 शुभ
रोग 20:29- 21:48 अशुभ
काल 21:48-23:07 अशुभ
लाभ 23:07 -24:26 शुभ
उद्वेग 24:26 -25:45 अशुभ
शुभ 25:45-27:04 शुभ
अमृत 27:04-28:23 शुभ
चर 28:23-29:42 शुभ

💮होरा, दिन

चन्द्र 05:42 -06:49
शनि 06:49 -07:56
बृहस्पति 07:56- 09:04
मंगल 09:04 -10:11
सूर्य 10:11 -11:18
शुक्र 11:18- 12:26
बुध 12:26- 13:33
चन्द्र 13:33 -14:40
शनि 14:40- 15:48
बृहस्पति 15:48 -16:55
मंगल 16:55 -18:02
सूर्य 18:02- 19:10

🚩होरा, रात

शुक्र 19:10- 20:02
बुध 20:02 -20:55
चन्द्र 20:55- 21:48
शनि 21:48- 22:40
बृहस्पति 22:40 -23:33
मंगल 23:33- 24:26
सूर्य 24:26- 25:19
शुक्र 25:19-26:11
बुध 26:11-27:04
चन्द्र 27:04-27:57
शनि 27:57-28:49
बृहस्पति 28:49-29:42

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

कर्क > 04:48 से 07:08 तक
सिंह > 07:08 से 09:30 तक
कन्या > 09:30 से 11:44 तक
तुला > 11:44 से 14:04 तक
वृश्चिक > 14:04 से 16:24 तक
धनु > 16:24 से 18:38 तक
मकर > 18:38 से 20:16 तक
कुम्भ > 20:16 से 21:36 तक
मीन > 21:36 से 22:56 तक
मेष > 22:56 से 00:52 तक
वृषभ > 00:52 से 02:42 तक
मिथुन > 02:42 से 05:48 तक
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*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

4 + 2 + 1 = 7 ÷ 4 = 3 शेष
पृथ्वी लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

बुध ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

4 + 4 + 5 = 13 ÷ 7 = 6 शेष

क्रिडायां = शोक, दुःख कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

प्रातः 11:03 से 23:24 तक

मृत्यु लोक = सर्व कार्य विनाशिनी

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*विनायक चतुर्थी*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

आयुः कर्म च वित्तञ्च विद्या निधनमेव च ।
पञ्चैतानि हि सृज्यन्ते गर्भस्थस्यैव देहिनः ।।
।।चाo नीo।।

व्यक्ति कितने साल जियेगा २. वह किस प्रकार का काम करेगा ३. उसके पास कितनी संपत्ति होगी ४. उसकी मृत्यु कब होगी .

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: अर्जुन विषादयोग:- अo-1

धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः।
मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत संजय॥

धृतराष्ट्र बोले- हे संजय! धर्मभूमि कुरुक्षेत्र में एकत्रित, युद्ध की इच्छावाले मेरे और पाण्डु के पुत्रों ने क्या किया?

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐂वृष
जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शारीरिक कष्ट संभव है। व्यवसाय धीमा चलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी की नाराजी झेलनी पड़ सकती है। परिवार में मनमुटाव हो सकता है। सुख के साधनों पर व्यय सोच-समझकर करें। निवेश करने से बचें। व्यापार ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा।

👫मिथुन
परिवार की आवश्यकताओं के लिए भागदौड़ तथा व्यय की अधिकता रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में विशेष सावधानी की आवश्यकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। कार्य की गति धीमी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। निवेश करने का समय नहीं है। नौकरी में मातहतों से अनबन हो सकती है, धैर्य रखें।

🦀कर्क
किसी की बातों में न आएं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। अचानक लाभ के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार में वृद्धि से संतुष्टि रहेगी। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। उत्साह से काम कर पाएंगे।

🐅सिंह
कोई राजकीय बाधा हो सकती है। जल्दबाजी में कोई भी गलत कार्य न करें। विवाद से बचें। काफी समय से अटका हुआ पैसा मिलने का योग है, प्रयास करें। या‍त्रा लाभदायक रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। वस्तुएं संभालकर रखें।

🙍‍♀️कन्या
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है। पुराना रोग बाधा का कारण बन सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब हो सकता है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। व्ययसाय लाभप्रद रहेगा। कार्य पर ध्यान दें।

⚖️तुला
यात्रा सफल रहेगी। शारीरिक कष्ट हो सकता है। बेचैनी रहेगी। नई योजना बनेगी। लोगों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। काफी समय से अटके काम पूरे होने के योग हैं। भरपूर प्रयास करें। आय में मनोनुकूल वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा।

🦂वृश्चिक
तरक्की के अवसर प्राप्त होंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। आय में वृद्धि होगी। मित्रों के साथ बाहर जाने की योजना बनेगी। रोजगार प्राप्ति के योग हैं। परिवार व स्नेहीजनों के साथ विवाद हो सकता है। शत्रुता में वृद्धि होगी। अज्ञात भय रहेगा। थकान महसूस होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

🏹धनु
कष्ट, भय, चिंता व तनाव का वातावरण बन सकता है। जीवनसाथी पर अधिक मेहरबान होंगे। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। पारिवारिक प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यय होगा। मित्रों से मेलजोल बढ़ेगा। नए संपर्क बन सकते हैं। धनार्जन होगा।

🐊मकर
व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। बजट बिगड़ेगा। दूर से शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। किसी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। भागदौड़ रहेगी। बोलचाल में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। पुराना रोग उभर सकता है। व्यापार में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। जोखिम न उठाएं।

🍯कुंभ
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। परिवार व मित्रों के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। शारीरिक कष्ट संभव है, सावधान रहें। निवेश शुभ रहेगा। तीर्थयात्रा की योजना बन सकती है।

🐟मीन
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार में लाभ होगा। निवेश शुभ रहेगा। संतान पक्ष से आरोग्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। हानि संभव है। भाइयों का साथ मिलेगा।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

*🛕जय सियाराम*

*🧘‍♂️संत का आशीर्वाद*

एक संत के पास तीस सेवक रहते थे। एक सेवक ने गुरुजी के आकर प्रार्थना की, ‘महाराज जी! मेरी बहन का विवाह है केवल एक महीना रह गया है तो मैं दस दिन के लिए वहाँ जाऊँगा। कृपा करें ! आप भी साथ चले तो अच्छी बात है।’

गुरु जी ने कहा– ‘बेटा देखो ये तो समय बताएगा। हम जा पाएंगे अथवा नही किन्तु तुम्हे हम अवश्य भेज देंगे।’ उस सेवक ने बीच-बीच में गुरु जी की और संकेत भी किया कि गुरुजी कुछ ना कुछ मेरी सहायता कर दें।

आखिर वह दिन आ गया सेवक ने कहा, ‘गुरु जी कल सुबह जाऊँगा मैं।’ गुरु जी ने कहा, ‘ठीक है बेटा!’

सुबह हो गई जब सेवक जाने लगा तो गुरु जी ने उसे पांच किलो अनार दिए और कहा, ‘ले जा बेटा.. भगवान तेरी बहन का विवाह खूब धूमधाम से करें दुनिया याद करें कि ऐसा विवाह तो हमने कभी देखा ही नहीं और साथ में दो सेवक भेज दिये जाओ तुम विवाह पूरा करा के आ जाना।’

जब सेवक आश्रम से निकले कुछ दूर पहुँचे तो जिसकी बहन का विवाह था वह सेवक दूसरे सेवको से बोला, देखा ‘गुरु जी को पता था कि मेरी बहन का विवाह है और हमारे पास कुछ भी नहीं है, फिर भी गुरु जी ने मेरी सहायता नहीं की।’ दो दिन के बाद वह अपने घर पहुँच गया।

उसका घर राजस्थान रेतीली इलाके में था वहाँ कोई फसल नहीं होती थी। ना ही कोई पेड़ पौधे थे वहाँ के राजा की लड़की बीमार हो गई तो वैद्यजी ने बताया कि, ‘इस लड़की को अनार के साथ यह दवाई दी जाएगी तो यह लड़की ठीक हो जाएगी।’

राजा ने मुनादी करवा रखी थी कि, ‘अगर किसी के पास आनार है तो राजा उसे बहुत ही उपहार देंगे।’ इधर मुनादी वाले ने आवाज लगाई, अगर किसी के पास अनार है तो शीघ्र आ जाओ, राजा को अनारों की अति आवश्यकता है।

जब यह आवाज उन सेवकों के कानों में पड़ी तो वह सेवक उस मुनादी वाले के पास गए और कहा कि हमारे पास अनार है, चलो राजा जी के पास।

राजाजी को अनार दिए गए अनार का जूस निकाला गया और लड़की को दवाई दी गई तो लड़की ठीक-ठाक हो गई।

राजा जी ने पूछा, ‘तुम कहाँ से आए हो, तो उसने सारी कहानी बता दी। राजा ने कहा, ‘ठीक है तुम्हारी बहन का विवाह मैं करूँगा।’ राजा जी ने आदेश दिया कि, ऐसा विवाह होना चाहिए जिसे देखकर लोग यह कहे कि यह राजा की लड़की का विवाह है।’

सब बारातियों को सोने चांदी गहने के उपहार दिए गए बारात की सेवा बहुत अच्छी हुई लड़की को बहुत सारा धन दिया गया। लड़की के मां-बाप को बहुत ही जमीन जायदाद व आलीशान मकान और बहुत सारे रुपए पैसे दिए गए। लड़की भी राजी खुशी विदा होकर चली गई।
*सेवक सोचने लगे कि, ‘गुरु की महिमा गुरु ही जाने। हम ना जाने क्या-क्या सोच रहे थे गुरु जी के बारे में। गुरु जी के वचन थे जा बेटा तेरी बहन का विवाह ऐसी होगा कि दुनिया देखेगी।’ सन्त वचन हमेशा सच होते हैं।*

*सन्तों के वचन के अन्दर ताकत होती है लेकिन हम नहीं समझते। जो भी वह वचन निकालते हैं वह सिद्ध हो जाता है। हमें सन्तों के वचनों के ऊपर अमल करना चाहिए और विश्वास करना चाहिए ना जाने सन्त मौज में आकर क्या दे दें और रंक से राजा बना दें।*

1. *गुरु या मार्गदर्शक पर विश्वास रखें*
– जब भी किसी संत, गुरु या ज्ञानी व्यक्ति से आशीर्वाद या वचन मिले, तो उसमें संदेह नहीं, बल्कि श्रद्धा रखें। समय चाहे जैसा हो, उनके वचन व्यर्थ नहीं जाते।

2. *हर परिस्थिति में धैर्य रखें*
– सेवक ने जब अनार लिए, तो उसे निराशा हुई कि कोई आर्थिक मदद नहीं मिली, लेकिन अगर वह धैर्य न रखता तो शायद वह अवसर चूक जाता जो उसकी बहन के जीवन को बदल गया।

3. *बुरी परिस्थितियाँ भी अवसर छुपाए होती हैं*
– राजस्थान जैसे रेगिस्तानी इलाके में अनार ले जाना सुनकर शायद व्यर्थ लगे, पर वही अनार एक वरदान बन गया। जीवन में कभी कोई चीज़ बिना कारण नहीं होती।

4. *बोलने से पहले सोचें – क्या हम संदेह के लायक हैं?*
– सेवक ने गुरु के इरादों पर सवाल उठाए, जो बाद में उसे शर्मिंदगी में बदलने पड़े। इसलिए, जब हमारे साथ सब स्पष्ट न हो, तो जल्दी निष्कर्ष पर न जाएँ।

5. *कर्म करो, फल की चिंता मत करो*
– गुरु ने सेवा के साथ आशीर्वाद दिया, और बिना दिखावे के मदद की। जब हम भी किसी की भलाई करें, तो नतीजे की परवाह किए बिना करें – ईश्वर अपने तरीके से लौटाता है।

*निष्कर्ष:
जो हमारे लिए कुछ नहीं कर सकते, वो भी हमारे लिए बहुत कुछ कर सकते हैं – अगर उनका दिल साफ हो और उनका आशीर्वाद सच्चा। जीवन में विश्वास, धैर्य और कृतज्ञता बहुत गहरे अर्थ रखते हैं।
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।

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देवभूमि jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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