*ऋषिकेश के सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यटन व्यवसाय डॉ अक्षत गोयल को किया प्रतिष्ठित “देवी अहिल्याबाई होलकर पुरस्कार ” से सम्मानित*.
देवभूमि जे के न्यूज़-(जय कुमार तिवारी) -2025 का देवी अहिल्या बाई होल्कर पुरस्कार प्राप्त होने पर अत्यंत गर्व प्रसन्नता हुई इस सम्मान में मुझे प्राप्त स्मृति चिन्ह और मूर्ति के लिए मैं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड एवं पूर्व राज्यपाल महाराष्ट्र एवं गोवा जी और पुरस्कार समिति का हृदय से धन्यवाद करती हूँ। ऋषिकेश की सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यटन व्यवसाय डॉ अक्षत गोयल को प्रतिष्ठित “देवी अहिल्याबाई होलकर पुरस्कार” से सम्मानित.
मुझे खुशी है यह पुरस्कार उत्तराखंड में रोजगार, पर्यटन व्यवसाय एवं सामाजिक कार्यों के उपलक्ष मिला , समस्त युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा का विषय हैं-डॉक्टर राकेश उनियाल*CMI
*देवी अहिल्याबाई होलकर पुरस्कार 2025 देश का प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है*
राजधानी देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में देश के प्रतिष्ठित “देवी अहिल्याबाई होलकर पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया है।यह पुरस्कार देवी अहिल्याबाई होलकर के वंशज एडवोकेट पंकज होलकर की मौजूदगी में मंन्त्री सतपाल महाराज एवं पूर्व मुख्यमंत्री एवं गवर्नर गोवा एवं महाराष्ट्र श्री भगत सिंह कोश्यारी जी ने दिया। वीरवार को आयोजित देहरादून के बदरीपुराम में आयोजित सोसाइटी ऑफ मिशन 4जी प्लस (गौ, गंगा, गांव और गायत्री) रजी० के वार्षिकोत्सव-2025 के अवसर पर दिया गया। सम्मानित करते हुए अक्षत को देवी अहिल्याबाई होलकर की मूर्ति, प्रशस्ति प्रत्र और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
उत्त्तराखण्ड के गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की जयंती पर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कार्यक्रम में उनको याद किया गया। यह पुरस्कार गिने चुने समाज के विभिन्न वर्ग से जुड़ी प्रतिष्ठित महिलाओं को दिया गया।जिसमें से समाज सेवा, संस्कृति संवर्धन, महिला और सशक्तिकरण में योगदान देने के लिए सेमवाल को चुना गया।
इस अवसर पर अक्षत गोयल ने कहा मुझे खुशी है इस प्रतिष्ठित सम्मान को पाकर मैं खुशी महसूस कर रही हूं। समिति का आभार जताती हूँ।
मौजूद उपस्थित में पर्यटन व सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज। जी राज्यसभा सांसद और प्रदेश अध्यक्ष भाजपा महेंद्र भट्ट,जी वन मंत्री सुबोध उनियाल,जी CMI हॉस्पिटल के सर्जन
डॉक्टर राकेश उनियाल, ममता पांगती, मधुसूदन राव होलकर, इरा कुकरेती,संस्था के अध्यक्ष सुभाष भट्ट जी सरिता उनियाल, सुमित्रा पैन्यूली, सोनम सेमवाल, विकास पैन्यूली समेत सैकड़ों देश प्रदेश से आये हुए लोग रहे।
देवी अहिल्या बाई होल्कर, 18वीं शताब्दी की एक महान मराठा शासिका थीं। उनके शासनकाल में, उन्होंने न केवल अपने साम्राज्य का उत्कृष्ट विकास किया, बल्कि धार्मिक स्थलों का भी जीर्णोद्धार किया। उन्होंने बद्रीनाथ, केदारनाथ, काशी विश्वनाथ, द्वारका आदि तीर्थस्थलों के पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके कार्यों से न सिर्फ धर्मिक स्थलों का संरक्षण हुआ, बल्कि समाज में एक नई जागरूकता और भलाई आई।
इस पुरस्कार से मुझे गहरा प्रेरणा मिली है, और मैं मानती हूँ कि आगे आने वाले समय में मेरे लिए और भी चुनौतीपूर्ण कार्य होंगे। मैं समाजिक और धार्मिक जीवन में और भी बेहतर योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हूँ। देवी अहिल्या बाई के आदर्शों से प्रेरित होकर, मैं अपने सभी सामाजिक कार्यों में और भी उत्कृष्टता लाने का संकल्प करता हूँ
