*“कलम से कैमरे तक—शिक्षक नरेन्द्र खुराना की प्रेरक यात्रा”*
न्यूज़ रिपोर्ट:देवभूमि जे के न्यूज़-
नेशनल और इंटरनेशनल अवॉर्ड से सम्मानित, शत-प्रतिशत बोर्ड परीक्षा परिणाम देने वाले “कॉमर्स के जादूगर” शिक्षक नरेन्द्र खुराना की कहानी संघर्ष, समर्पण और सफलता का अद्भुत संगम है।
उन्होंने बताया कि 1998 में कक्षा 6 से शुरू हुई यात्रा इंटर प्रथम श्रेणी (2007), बी.कॉम प्रथम श्रेणी (2010), M.Com, M.A अर्थशास्त्र, B.Ed, और पुनः BA प्रथम श्रेणी तक पहुँचते-पहुँचते उन्हें शिक्षा जगत में विशिष्ट पहचान मिली।
अनेक संस्थाओं के निःशुल्क मीडिया प्रभारी के रूप में भी खुराना अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।
खुराना कहते हैं—
“जब हाथों में कलम आई, यात्रा शुरू हुई; आज कैमरा है, तो समय को सहेजने की जिम्मेदारी।”
उनकी इन्हीं अनुभवों पर आधारित छोटी आत्मकथा “कलम से कैमरे तक” शीघ्र ही उनके शुभचिंतकों तक पहुँचेगी।
— ब्यूरो
