उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- बड़प्पन का मापदण्ड*

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*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:-07/07/2025,सोमवार*
*द्वादशी, शुक्ल पक्ष,*
*आषाढ*
(समाप्ति काल)

तिथि———– द्वादशी 23:09:41 तक
पक्ष————————– शुक्ल
नक्षत्र——— अनुराधा 25:10:43
योग————— शुभ 22:01:22
करण————— बव 10:15:10
करण———– बालव 23:09:41
वार———————— सोमवार
माह———————— आषाढ
चन्द्र राशि—————- वृश्चिक
सूर्य राशि—————– मिथुन
रितु————————— वर्षा
आयन—————— दक्षिणायण
संवत्सर——————- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर)————– सिद्धार्थी
विक्रम संवत—————- 2082
गुजराती संवत————– 2081
शक संवत—————— 1947
कलि संवत—————— 5126
सूर्योदय—————- 05:31:08
सूर्यास्त—————– 19:17:06
दिन काल————– 13:45:57
रात्री काल————– 10:14:28
चंद्रोदय—————– 16:31:00
चंद्रास्त—————– 26:50:31
लग्न—- मिथुन 20°57′ , 80°57′
सूर्य नक्षत्र——————- पुनर्वसु
चन्द्र नक्षत्र—————–अनुराधा
नक्षत्र पाया——————- रजत

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

नी—- अनुराधा 11:58:48

नू—- अनुराधा 18:35:33

ने—- अनुराधा 25:10:43

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
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सूर्य= मिथुन 20°49, पुनर्वसु 1 के
चन्द्र= वृश्चिक 06 °30 , अनुराधा 2 नी
बुध = कर्क 16°52 ‘ पुष्य 4 ड
शु क्र= वृषभ 08°05, कृतिका , 4 ए
मंगल= सिंह 17°30 ‘ पू o फ़ा o 2 टा
गुरु=मिथुन 11°30 आर्द्रा , 2 घ
शनि=मीन 07°48 ‘ उ o भा o , 2 थ
राहू=(व) कुम्भ 27°30 पू o भा o, 3 दा
केतु= (व) सिंह 27°30 उ oफा o 1 टे
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 07:14 – 08:58 अशुभ
यम घंटा 10:41 – 12:24 अशुभ
गुली काल 14:07 – 15:51 अशुभ
अभिजित 11:57 – 12:52 शुभ
दूर मुहूर्त 12:52 – 13:47 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:37 – 16:32 अशुभ
प्रदोष 19:17 – 21:21 शुभ

🚩गंड मूल 25:11* – अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
अमृत 05:31 – 07:14 शुभ
काल 07:14 – 08:58 अशुभ
शुभ 08:58 – 10:41 शुभ
रोग 10:41 – 12:24 अशुभ
उद्वेग 12:24 – 14:07 अशुभ
चर 14:07 – 15:51 शुभ
लाभ 15:51 – 17:34 शुभ
अमृत 17:34 – 19:17 शुभ

🚩चोघडिया, रात
चर 19:17 – 20:34 शुभ
रोग 20:34 – 21:51 अशुभ
काल 21:51 – 23:08 अशुभ
लाभ 23:08 – 24:24* शुभ
उद्वेग 24:24* – 25:41* अशुभ
शुभ 25:41* – 26:58* शुभ
अमृत 26:58* – 28:15* शुभ
चर 28:15* – 29:32* शुभ

💮होरा, दिन
चन्द्र 05:31 – 06:40
शनि 06:40 – 07:49
बृहस्पति 07:49 – 08:58
मंगल 08:58 – 10:06
सूर्य 10:06 – 11:15
शुक्र 11:15 – 12:24
बुध 12:24 – 13:33
चन्द्र 13:33 – 14:42
शनि 14:42 – 15:51
बृहस्पति 15:51 – 16:59
मंगल 16:59 – 18:08
सूर्य 18:08 – 19:17

🚩होरा, रात
शुक्र 19:17 – 20:08
बुध 20:08 – 20:59
चन्द्र 20:59 – 21:51
शनि 21:51 – 22:42
बृहस्पति 22:42 – 23:33
मंगल 23:33 – 24:24
सूर्य 24:24* – 25:16
शुक्र 25:16* – 26:07
बुध 26:07* – 26:58
चन्द्र 26:58* – 27:49
शनि 27:49* – 28:40
बृहस्पति 28:40* – 29:32

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

मिथुन > 03:58 से 06:08 तक
कर्क > 06:08 से 08:28 तक
सिंह > 08:28 से 10:48 तक
कन्या > 10:48 से 13:02 तक
तुला > 13:02 से 15:22 तक
वृश्चिक > 15:23 से 17:42 तक
धनु > 17:42 से 19:56 तक
मकर > 19:56 से 21:34 तक
कुम्भ > 21:34 से 22:54 तक
मीन > 22:54 से 00:16 तक
मेष > 00:16 से 02:08 तक
वृषभ > 02:08 से 04:00 तक
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*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

12 + 2 + 1 = 15 ÷ 4 = 3 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

शुक्र ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

12 + 12 + 5 = 29 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*सर्वार्थ सिद्धि योग 25:11 तक*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

कस्य दोषः कुलेनास्ति व्याधिना के न पीडितः ।
व्यसनं के न संप्राप्तं कस्य सौख्यं निरन्तरम् ।।
।।चाo नीo।।

इस दुनिया मे ऐसा किसका घर है जिस पर कोई कलंक नहीं, वह कौन है जो रोग और दुख से मुक्त है.सदा सुख किसको रहता है?

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18

यदहङ्‍कारमाश्रित्य न योत्स्य इति मन्यसे।
मिथ्यैष व्यवसायस्ते प्रकृतिस्त्वां नियोक्ष्यति॥

जो तू अहंकार का आश्रय लेकर यह मान रहा है कि ‘मैं युद्ध नहीं करूँगा’ तो तेरा यह निश्चय मिथ्या है, क्योंकि तेरा स्वभाव तुझे जबर्दस्ती युद्ध में लगा देगा
॥59॥

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। सामाजिक कार्यों में भाग लेने का अवसर मिल सकता है। मान-सम्मान बढ़ेगा। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

🐂वृष
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। परिवार की आवश्यकताओं पर खर्च होगा। चिंता रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी से बचें।

👫मिथुन
पुराना रोग उभर सकता है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। बनते कामों में विलंब होगा। बेवजह कहासुनी हो सकती है। शांति बनाए रखें। अपरिचित व्यक्तियों पर अतिविश्वास न करें। धोखा खा सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय कम रहेगी।

🦀कर्क
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार प्राप्त होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी-सट्टे से दूर रहें। बेचैनी रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। विरोध होगा। अपेक्षाकृत कार्य समय पर पूर्ण होने से प्रसन्नता में वृद्धि होगी।

🐅सिंह
घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। शुभ सूचना प्राप्त होगी। प्रसन्नता रहेगी। यात्रा सुखद रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। धनहानि संभव है। व्यवसाय ठीक चलेगा। परिवार के सदस्य सहायता करेंगे। मतभेद समाप्त होंगे। लाभ होगा।

🙎‍♀️कन्या
थोड़े प्रयास से ही कार्य पूर्ण होंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। धनलाभ होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। जल्दबाजी न करें। कानूनी अड़चन आ सकती है। भागदौड़ अधिक होगी। शारीरिक कष्ट संभव है। समय बेहतर है। प्रसन्नता रहेगी।

⚖️तुला
बुरी सूचना मिल सकती है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। विवाद को बढ़ावा न दें। परिवार में मतभेद हो सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। लापरवाही न करें। काम में मन नहीं लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय से संतोष नहीं होगा। धैर्य रखें।

🦂वृश्चिक
आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। अटके कार्यों में गति आएगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। वरिष्ठजनों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। कल के काम आज ही निबटा लें।

🏹धनु
शत्रु पस्त होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। संपत्ति की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। लाभ में वृद्धि होगी। प्रमाद से बचते हुए कोशिश करें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। पारिवारिक उन्नति होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🐊मकर
चोट व रोग से बचें। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। कानूनी बाधा दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यस्तता रहेगी। आराम का समय नहीं मिलेगा। आशंका-कुशंका रहेगी। प्रयास करते रहें। अनुकूलता होती रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। लाभ होगा।

🍯कुंभ
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। जल्दबाजी भारी पड़ सकती है। घर-परिवार की चिंता रहेगी। क्रोध पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। संतुष्टि नहीं होगी। जोखिम न उठाएं।

🐟मीन
पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी साधु-संत से मुलाकात होगी। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। धनलाभ सुगमता से होगा। प्रसन्नता एवं उत्साह बने रहेंगे। अज्ञात भय सताएगा। प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। मस्तिष्क पीड़ा हो सकती है। कार्य समय-समय पर बनते रहेंगे। प्रमाद न करें।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

0️⃣7️⃣❗0️⃣7️⃣❗2️⃣0️⃣2️⃣5️⃣

*♨️ आज का प्रेरक प्रसंग ♨️*

*!! बड़प्पन का मापदण्ड !!*
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एक राजा थे। वन-विहार को निकले। रास्ते में प्यास लगी। नजर दौड़ाई एक अन्धे की झोपड़ी दिखी। उसमें जल भरा घड़ा दूर से ही दिख रहा था। राजा ने सिपाही को भेजा और एक लोटा जल माँग लाने के लिए कहा। सिपाही वहाँ पहुँचा और बोला- ऐ अन्धे एक लोटा पानी दे दे। अन्धा अकड़ू था। उसने तुरन्त कहा- चल-चल तेरे जैसे सिपाहियों से मैं नहीं डरता। पानी तुझे नहीं दूँगा। सिपाही निराश लौट पड़ा। इसके बाद सेनापति को पानी लाने के लिए भेजा गया। सेनापति ने समीप जाकर कहा- अन्धे ! पैसा मिलेगा पानी दे।

अन्धा फिर अकड़ पड़ा। उसने कहा, पहले वाले का यह सरदार मालूम पड़ता है। फिर भी चुपड़ी बातें बना कर दबाव डालता है, जा-जा यहाँ से पानी नहीं मिलेगा। सेनापति को भी खाली हाथ लौटता देखकर राजा स्वयं चल पड़े। समीप पहुँचकर वृद्ध जन को सर्वप्रथम नमस्कार किया और कहा- ‘प्यास से गला सूख रहा है। एक लोटा जल दे सकें तो बड़ी कृपा होगी।’ अंधे ने सत्कारपूर्वक उन्हें पास बिठाया और कहा- ‘आप जैसे श्रेष्ठ जनों का राजा जैसा आदर है। जल तो क्या मेरा शरीर भी स्वागत में हाजिर है। कोई और भी सेवा हो तो बतायें।

राजा ने शीतल जल से अपनी प्यास बुझाई फिर नम्र वाणी में पूछा- ‘आपको तो दिखाई पड़ नहीं रहा है फिर जल माँगने वालों को सिपाही, सरदार और राजा के रूप में कैसे पहचान पाये?’ अन्धे ने कहा- ‘वाणी के व्यवहार से हर व्यक्ति के वास्तविक स्तर का पता चल जाता है।

*शिक्षा:-*
सदैव मीठा वचन बोलना चाहिए, इससे सभी जगह आदर, प्यार, स्नेह प्राप्त होता है..!!

*सदैव प्रसन्न रहिये – जो प्राप्त है, पर्याप्त है।*
*जिसका मन मस्त है – उसके पास समस्त है।।*

Static 1 Static 1 Static 1 Static 2 Static 3 Static 4 Static 4 Static 4 Static 4 Static 4

देवभूमि jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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