*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग -आत्मा से तृप्त लोग*
*आज का पञ्चांग*
*दिनाँक:-15/06/2025,रविवार*
*चतुर्थी, कृष्ण पक्ष,*
*आषाढ*
(समाप्ति काल)
तिथि———— चतुर्थी 15:50:42. तक
पक्ष————————– कृष्ण
नक्षत्र———— श्रवण 24:58:52
योग—————-ऐन्द्र 12:18:11
करण———– बालव 15:50:42
करण———– कौलव 27:43:58
वार————————- रविवार
माह———————— आषाढ
चन्द्र राशि—————— मकर
सूर्य राशि——— वृषभ 06:43:04
सूर्य राशि—————– मिथुन
ऋतु————————– ग्रीष्म
आयन——————– उत्तरायण
संवत्सर——————- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर) ————‐-सिद्धार्थी
विक्रम संवत -‐——————2082
गुजराती संवत————– 2081
शक संवत——————-1947
कलि संवत—————— 5126
सूर्योदय—————- 05:24:49
सूर्यास्त—————– 19:14:46
दिन काल————– 13:49:57
रात्री काल———–‐– 10:10:09
चंद्रास्त—————– 08:45:50
चंद्रोदय—————– 22:41:55
लग्न—- वृषभ 29°57′ , 59°57′
सूर्य नक्षत्र—————— मृगशिरा
चन्द्र नक्षत्र——————- श्रवण
नक्षत्र पाया——————– ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
खी—- श्रवण 06:32:35
खू—- श्रवण 12:42:50
खे—- श्रवण 18:51:35
खो—- श्रवण 24:58:52
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
============================
सूर्य= वृषभ 29°49, मृगशिरा 2 वो
चन्द्र= मकर 12°30 , श्रवण 1 खी
बुध = मिथुन 17°52 ‘ आर्द्रा 4 छ
शु क्र= मेष 14°05, भरणी 1 ली
मंगल= सिंह 04°30 ‘ मघा 2 मी
गुरु=मिथुन 06°30 आर्द्रा , 1 कु
शनि=मीन 07°48 ‘ उ o भा o , 2 थ
राहू=(व) कुम्भ 28°35 पू o भा o, 3 दा
केतु= (व) सिंह 28°35 उ oफा o 1 टे
============================
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*
राहू काल 17:31 – 19:15 अशुभ
यम घंटा 12:20 – 14:04 अशुभ
गुली काल 15:47 – 17:31 अशुभ
अभिजित 11:52 – 12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 17:24 – 18:19 अशुभ
वर्ज्यम 29:03* – 30:40* अशुभ
प्रदोष 19:15 – 21:18. शुभ
💮चोघडिया, दिन
उद्वेग 05:25 – 07:09 अशुभ
चर 07:09 – 08:52 शुभ
लाभ 08:52 – 10:36 शुभ
अमृत 10:36 – 12:20 शुभ
काल 12:20 – 14:04 अशुभ
शुभ 14:04 – 15:47 शुभ
रोग 15:47 – 17:31 अशुभ
उद्वेग 17:31 – 19:15 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
शुभ 19:15 – 20:31 शुभ
अमृत 20:31 – 21:47 शुभ
चर 21:47 – 23:04 शुभ
रोग 23:04 – 24:20* अशुभ
काल 24:20* – 25:36* अशुभ
लाभ 25:36* – 26:52* शुभ
उद्वेग 26:52* – 28:09* अशुभ
शुभ 28:09* – 29:25* शुभ
💮होरा, दिन
सूर्य 05:25 – 06:34
शुक्र 06:34 – 07:43
बुध 07:43 – 08:52
चन्द्र 08:52 – 10:01
शनि 10:01 – 11:11
बृहस्पति 11:11 – 12:20
मंगल 12:20 – 13:29
सूर्य 13:29 – 14:38
शुक्र 14:38 – 15:47
बुध 15:47 – 16:56
चन्द्र 16:56 – 18:06
शनि 18:06 – 19:15
🚩होरा, रात
बृहस्पति 19:15 – 20:06
मंगल 20:06 – 20:56
सूर्य 20:56 – 21:47
शुक्र 21:47 – 22:38
बुध 22:38 – 23:29
चन्द्र 23:29 – 24:20
शनि 24:20* – 25:11
बृहस्पति 25:11* – 26:02
मंगल 26:02* – 26:52
सूर्य 26:52* – 27:43
शुक्र 27:43* – 28:34
बुध 28:34* – 29:25
*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
वृषभ > 03:44 से 04:56 तक
मिथुन > 04:56 से 07:48 तक
कर्क > 07:48 से 10:00 तक
सिंह > 10:00 से 12:16 तक
कन्या > 12:16 से 14:32 तक
तुला > 14:32 से 16:44 तक
वृश्चिक > 16:44 से 19:08 तक
धनु > 19:08 से 21:18 तक
मकर > 21:18 से 23:02 तक
कुम्भ > 23:02 से 00:20 तक
मीन > 00:20 से 01:42 तक
मेष > 01:42 से 03:34 तक
=======================
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————- पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौंजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 4 + 1 + 1 = 21 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
मंगल ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
19 + 19 + 5 = 43 ÷ 7 = 1 शेष
कैलाश वास = शुभ कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*मिथुने अर्क 06:45*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
विषादप्यमृतं ग्राह्यममेध्यादपि काञ्चनम् ।
नीचादप्युत्तमां विद्यांस्त्रीरत्नं दुष्कुलादपि ।।
।।चाo नीo।।
अगर हो सके तो विष मे से भी अमृत निकाल लें,
यदि सोना गन्दगी में भी पड़ा हो तो उसे उठाये, धोएं और अपनाये,
निचले कुल मे जन्म लेने वाले से भी सर्वोत्तम ज्ञान ग्रहण करें,
उसी तरह यदि कोई बदनाम घर की कन्या भी महान गुणो से संपनन है और आपको कोई सीख देती है तो गहण करे.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18
अधर्मं धर्ममिति या मन्यते तमसावृता।
सर्वार्थान्विपरीतांश्च बुद्धिः सा पार्थ तामसी॥
हे अर्जुन! जो तमोगुण से घिरी हुई बुद्धि अधर्म को भी ‘यह धर्म है’ ऐसा मान लेती है तथा इसी प्रकार अन्य संपूर्ण पदार्थों को भी विपरीत मान लेती है, वह बुद्धि तामसी है
॥32॥
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
पुराने संगी-साथी व रिश्तेदारों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे। अच्छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। कार्यों में गति आएगी। विवेक का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। मित्रों के सहयोग से किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी।
🐂वृष
मेहनत सफल रहेगी। बिगड़े काम बनेंगे। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। आय में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने के अवसर मिलेंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धनार्जन होगा।
👫मिथुन
लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। शोक संदेश मिल सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी के उकसाने में न आएं। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।
🦀कर्क
मेहनत का फल पूरा नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन मिल सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पारिवारिक मांगलिक कार्य हो सकता है। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे।
🐅सिंह
संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार में वृद्धि के योग हैं। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। आय में वृद्धि होगी। व्यस्तता रहेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे।
🙍♀️कन्या
शत्रुओं का पराभव होगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कोई बड़ा कार्य करने की योजना बन सकती है। कार्यसिद्धि होगी। सुख के साधनों पर व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।
⚖️तुला
वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग से हानि की आशंका है, सावधानी रखें। दूसरों के झगड़ों में हस्तक्षेप न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्षोभ होगा। फालतू की बातों पर ध्यान न दें। व्यापार ठीक चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।
🦂वृश्चिक
तीर्थदर्शन हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण व लाभदायक रहेंगे। कारोबार मनोनुकूल रहेगा। शेयर मार्केट में जोखिम न लें। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। ध्यान रखें।
🏹धनु
आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा कार्य कर पाएंगे। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम न लें। भाइयों का सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।
🐊मकर
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। लाभ होगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। प्रशंसा मिलेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रमाद न करें।
🍯कुंभ
व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। विवाद से बचें। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यापार ठीक चलेगा। आय होगी। विवेक का प्रयोग करें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।
🐟मीन
रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य हो जाने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। विवाद से बचें। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है।
*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*
*आत्मा से तृप्त लोग*
जहाँ हर कहानी में छुपा है एक जीवन बदल देने वाला संदेश!
बस स्टैंड पर बैठा मैं गृह नगर जाने वाली बस का इंतजार कर रहा था। अभी बस स्टैण्ड पर बस लगी नहीं थी।
मैं बैठा हुआ एक किताब पढ़ रहा था।
मुझे देखकर लगभग 10 साल की एक बच्ची मेरे पास आकर बोली, “बाबू पैन ले लो,10 के चार दे दूंगी। बहुत भूख लगी है, कुछ खा लूंगी।”
उसके साथ एक छोटा-सा लड़का भी था, शायद भाई हो उसका।
मैंने कहा: मुझे पैन तो नहीं चाहिए।
आगे उसका सवाल बहुत प्यारा सा था,
फिर हम कुछ खाएंगे कैसे ?
मैंने कहा: मुझे पैन तो नहीं चाहिए पर तुम कुछ खाओगे जरूर।
मेरे बैग में बिस्कुट के दो पैकेट थे, मैने बैग से निकाल एक-एक पैकेट दोनों को पकड़ा दिया, पर मेरी हैरानी की कोई हद ना रही जब उसने एक पैकेट वापिस करके कहा,”बाबू जी! एक ही काफी है, हम बाँट लेंगे”।
मैं हैरान हो गया जवाब सुनकर !
मैंने दुबारा कहा: “रख लो, दोनों। कोई बात नहीं।”
मेरी आत्मा को झिंझोड़ दिया उस बच्ची के जवाब ने। उसने कहा:…… “तो फिर आप क्या खाओगे”?
इस संसार में करोड़ों अरबों कमाने वाले लोग जहां उन्नति के नाम पर इंसानियत को ताक पर रखकर लोगों को बेतहाशा लूटने में लगे हुए हैं, वहां एक भूखी बच्ची ने मानवता की पराकाष्ठा का पाठ पढ़ा दिया।
मैंने अंदर ही अंदर अपने आप से कहा,इसे कहते हैं *आत्मा के तृप्त लोग, लोभवश किसी से इतना भी मत लेना कि उसके हिस्से का भी हम खा जाएं……*
🌿 *संतोष ही सबसे बड़ी अमीरी है*
भूखी बच्ची के पास खाने को कुछ नहीं था, फिर भी उसने एक पैकेट लौटाकर कहा – *”हम बाँट लेंगे।”*
यह सिखाता है कि कम में खुश रहना और जरूरत से ज्यादा न लेना ही सच्चे संतोष का प्रतीक है।
—
🫶 *इंसानियत अमीरी-गरीबी नहीं देखती*
जब बच्ची ने पूछा – *”तो आप क्या खाओगे?”*
उसकी सोच ने बता दिया कि इंसानियत कपड़ों, पैसों या रुतबे की मोहताज नहीं, वो तो दिल से पैदा होती है।
—
✨ *बांटना सबसे बड़ा धर्म है*
खुद भूखे रहकर भी अगर कोई किसी और का ध्यान रखे, तो वो सिखाता है कि सच्चा धर्म सिर्फ पूजा नहीं, बल्कि सेवा और संवेदना है।
—
🌸 *लोभ से दूरी और दूसरों के हिस्से की कद्र करना*
बच्ची ने अपने हिस्से से ज़्यादा नहीं लिया, ये याद दिलाता है कि जो हमारा नहीं, उसे लेना हमारे संस्कारों के खिलाफ है।
—
🪔 *आत्मा से तृप्त लोग ही दुनिया को रोशन करते हैं*
वो छोटी बच्ची हमें समझा गई कि सच्चा सुख और बड़ा दिल सिर्फ पैसे से नहीं, बल्कि भाव से आता है।
—
> *〽️ निष्कर्ष:*
> *”दूसरों के हिस्से का मत लो, अगर देना है तो दिल से दो।”*
> *”छोटे लोग बड़ी बातें सिखा जाते हैं, बस सुनने वाला दिल चाहिए।”*
