*लैंप लाइटिंग सेरेमनी में नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने लिया सेवाभाव का संकल्प*
देवभूमि जे के न्यूज़-(जय कुमार तिवारी)- 15-December-2025 डोईवाला- हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग जौलीग्रांट में लैंप लाइटिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया। इस दौरान बीएससी नर्सिंग 2025 प्रथम वर्ष के 250 छात्र-छात्राओं ने सेवा-भाव का संकल्प लिया।
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के मदर टैरेसा सभागार में के नर्सिंग सभागार में लैंप लाइटिंग सेरेमनी की शुरूवात गुरू वंदना के साथ हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. रेनू धस्माना, डॉ. संचिता पुगाजंडी, डॉ. कैथी ने संयुक्त रूप से डॉ. स्वामी राम के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर फलोरेंस नाईटिंगल के चित्र के समक्ष छात्र-छात्राओं ने मंच पर आकर मोमबत्तियां जलाने के साथ सहानूभूति और मानवता की सेवा करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम को मुख्य अतिथि नर्सिंग डायरेक्टर डॉ. रेनू धस्माना ने संबोधित करते हुए कहा कि फलोरिंस नाईटिंगल को लेडी विद द लैंप के नाम से पुकारा जाता है। इन्होंने ही नर्सिंग पेशे को सम्मानित दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि नर्सिंग का मकसद अपने बेहतर कामों से मरीज को नई जिंदगी देना है। मरीज का जीवन नर्सों के हाथ में होता है, उन्होंने कहा कि मरीज के उपचार में किसी भी तरह का शार्टकट नही अपनाने की सलाह दी। नर्सिंग कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. संचिता पुगाजंडी ने कहा कि मरीज के दर्द को समझें। इस अवसर पर हरलीन कौर, प्रीति प्रभा, नम्रता पुंडीर, शिवांगी हेमदन उपस्थित थे।
*सर्जिकल प्रशिक्षण में एआई पर 17 दिसंबर को कार्यशाला का आयोजन*
*डोईवाला।* हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (हिम्स) जौलीग्रांट के जनरल सर्जरी विभाग द्वारा 17 दिसंबर को सर्जिकल प्रशिक्षण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला में देश-विदेश से आये विशेषज्ञ सर्जिकल शिक्षा में उभरती हुई एआई-चालित प्रौद्योगिकियों से परिचित करायेंगे।
हिम्स जौलीग्रांट के जनरल सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. हेमंत नौटियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 17 दिसंबर को आयोजित इस कार्यशाला में वट्टीकुटी फाउंडेशन (यूएसए) और ओआरएसआई अकडमी (बेल्जियम) के विख्यात विशेषज्ञ व्याख्यान देंगे। इस दौरान विशेषज्ञ सर्जिकल सिमुलेशन, कौशल मूल्यांकन, निर्णय समर्थन प्रणाली, और क्षमता-आधारित प्रशिक्षण में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका पर विस्तृत जानकारी देंगे। उन्होने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य सर्जिकल प्रशिक्षण में नवाचार को बढ़ावा देना और चिकित्सा शिक्षा में वैश्विक प्रगति के अनुरूप तकनीकी-समर्थित शिक्षा को मजबूत करना है।
