उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- सांझ की पुकार*

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*⚜️ आज का राशिफल ⚜️*
*बुधवार १९ नवम्बर २०२५ ई ०*

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आपका स्वभाव बीते कल की तुलना में एकदम विपरीत रहेगा। दिन के आरम्भ से ही छोटी छोटी बातों पर परिजन से झगड़ेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी यही स्वभाव रहने के कारण बनी बनाई योजना ठंडी पड़ सकती है इसका ध्यान रहे वैसे तो आज लाभ के अवसर मिलते रहेंगे लेकिन आपकी महात्त्वकांक्षाये अधिक रहने के कारण ज्यादातर निरस्त हो सकते है। धन की आमद फिर भी कामचलाऊ कही न कही से हो जाएगी आज अपना सनकी स्वभाव त्यागने में ही भलाई समझे कल से लोगो मे आज जैसी सजहता नही मिल पाने पर अफसोस होगा। पैतृक संपत्ति अथवा कार्यो से आकस्मिक लाभ के अवसर भी आपकी टालमटोल नीति के चलते हाथ से निकल सकते है। नौकरी वालो को आज अतिरिक्त आय बनाने का अवसर मिलेगा। घरेलू वातावरण शान्त रहेगा लेकिन घर के सदस्य एक दूसरे पर कम भरोसा करेंगे। शरीर की किसी अंग में कमजोरी अथवा काम करने की क्षमता कम हो सकती है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आप अन्य लोगो को अपने से कमतर आकेंगे। पराक्रम शक्ति आज बढ़ी रहेगी इसका गलत कार्यो में उपयोग होने की संभावना अधिक है। काज आपके किसी विषय मे विशेष योग्यता होने के कारण मन मे अहम की भावना रहेगी। कार्य क्षेत्र से आज आशा तो बहुत लगाए रहेंगे कुछ एक में अपनी मनमानी से सफल भी रहेंगे धन कमाना आज ज्यादा मुश्किल नही रहेगा लेकिन साथ मे इज्जत में कमी अवश्य आएगी। सहकर्मी अथवा अन्य व्यावसायिक लोग आपसे ईर्ष्या द्वेष की भावना में मजबूरी में व्यवहार करेंगे। मध्यान से मन अनैतिक कार्यो की तरफ भटकेगा लेकिन सचेत रहे भविष्य में स्वयं के साथ परिवार की प्रतिष्ठा भी खराब होने के योग बन रहे है। घर का वातावरण अचानक से प्रसन्न अगके ही पल उदासीन बनने से तालमेल बैठाने में परेशानी होगी। सेहत भी अकस्मात ही नरम गरम बनेगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपके व्यक्तित्त्व में विकास होगा दिन के आरम्भ से ही कार्यो की सफलता एवं धन पाने के लिये विभिन्न युक्तियां लगाएंगे धन लाभ तो समय पर नही होगा लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी छवि अभद्र अथवा मौज शौक पसंद इंसान जैसी बनने की संभावना है वाणी एव आचरण का आज विशेष ध्यान रखना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र से आज भी धन लाभ की संभावनाए ही मिलेंगी धन हाथ मे आते आते टलने से मन दुख होगा लाभ होगा भी तो आवश्यकता से बहुत कम। नौकरी पेशाओ को खर्च बढ़ने से चिंता होगी फिर भी आज प्रलोभन में कोई गलत कदम ना उठाये अन्यथा निकट भविष्य में शीघ्र ही सम्मान हानि हो सकती है। घरेलू वातावरण को शांत बनाने में आपकी अहभ भूमिका रहेगी लेकिन बाहरी व्यवहार कोई न कोई नई समस्या खड़ी करेंगे। पेट संबंधित संमस्या आज भी परेशान करेगी भूख लगने पर ही थोड़ा खाये।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपको विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। दिन के आरंभिक भाग में किसी सदस्य की असंतुष्टि कलह का मार्ग खोलेगी मध्यान तक किसी पुरानी बात के उजागर होने पर झगड़ा होने की संभावना है। आज मौन रहकर ही परिस्थितियों पर काबू पाया जा सकता है। गलती करने पर स्वयं मान लेने से संमस्या गंभीर होने से बचेगी अन्यथा संबंधों में लंबे समय तक कड़वाहट बन सकती है। कार्य क्षेत्र पर भी किसी लेन देन को लेकर बहस हो सकती है। व्यवसाय से आज जितनी आशा रहेगी उतना लाभ नही मिल पायेगा उल्टे सामाजिक व्यवहार और सम्मान में कमी अनुभव होगी। आज उधार के व्यवहार पर नियंत्रण रखें। सरकारी क्षेत्र से कोई अशुभ समाचार मन की बेचैनी बढ़ाएगा सरकारी कार्यो से स्वयं को दूर रखें या जल्द निपटाने के प्रयास करे। सेहत मानसिक तनाव एवं मौसमी बीमारी के कारण अकस्मात ढीली पड़ेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपका स्वभाव अत्यंत सनकी रहेगा। एक पल में किसी से बिना सोचे वादा कर लेंगे बाद में उसका परिणाम और परिश्रम जानकर स्वयं ही दुविधा में पड़ेंगे अंत समय मे पलटने पर सम्मान हानि का भय सताएगा पूरा करने पर स्वयं के कार्यो में व्यवधान आएगा। कार्य क्षेत्र पर जिस भी कार्य को करेंगे आत्मविश्वास से ही करेंगे फिर भी सफलता को लेकर संशय रहेगा लेकिन आज की मेहनत खाली नही जाएगी देर अबेर ही सही कुछ न कुछ लाभ अवश्य होगा। कार्य स्थल पर किसी से कहासुनी के प्रसंग भी बनेंगे शांत रहने का प्रयास करें अन्यथा जो लोग आपको सम्मान की दृष्टि से देखते है वो भी विपरीत हो जाएंगे। सहकर्मी एवं जीवनसाथी के प्रति मन मे शंका जन्म लेगी जिसका परिणाम आने वाले समय मे सही निकलेगा। घर में आज स्वार्थ से ही व्यवहार करेंगे परिजनों की बात को टालने का प्रयास बेवजह कलह करा सकता है। शरीर मे छुट पुट समस्या लगी रहेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपके दिन का आरम्भ सुस्त रहेगा प्रातः काल से ही सेहत में थकान अनुभव होने के कारण कार्यो के प्रति आलस्य दिखाएंगे। स्वभाव से संतोषि रहने के कारण ज्यादा भाग दौड़ वाले कार्यो से दूर ही रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर सामान्य व्यवसाय रहेगा धन की आमद के लिये थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा लेकिन होगी अवश्य। आज आपके संचित धन का कुछ हिस्सा पैतृक एवं धार्मिक कार्यो पर भी खर्च होगा सरकारी कार्यो में भी बिना लेनदेन कार्य निकालना संभव नही। नौकरी वालो के लिये मध्यान के समय कोई नई समस्या बनेगी जिसका निराकरण आज मुश्किल ही हो पायेगा। विदेशी अथवा दूर क्षेत्र के कार्यो से आकस्मिक लाभ की संभावना है। घर का वातावरण शांत रहेगा। निम्न रक्तचाप पेट संबंधित समस्या हो सकती है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपके ऊपर चंचलता हावी रहेगी। दिन के आरम्भ से ही स्वभाव में हल्कापन रहेगा लेकिन कार्यो में जल्दबाजी करेंगे बिना विचारे किये कार्य आगे चलकर मोटी हानि का कारण भी बन सकते है। कार्य क्षेत्र से व्यवसायी वर्ग को उम्मीद काफी रहेगी लेकिन आगे की योजना बनाने के लिये किसी परिचित के जवाब पर निर्भर रहना पड़ेगा इंतजार करने के बाद संतोषजनक जवाब ना मिलने पर भविष्य को लेकर चिंता होगी। दोपहर के बाद परिस्थिति में कुछ सुधार आएगा पैतृक कार्य अथवा अन्य पैतृक संसाधनों से लाभ की आशा जागेगी। नौकरी पेशा लोग कार्य क्षेत्र पर अनमने मन से कार्य करेंगे जिससे विलंब के साथ कार्य मे सफाई नही रहेगी। किसी अपरिचित से कहासुनी भी हो सकती है। आज बाहर की अपेक्षा घरेलू वातावरण में थोड़ी ऊबन के बाद अधिक शांति अनुभव करेंगे। संध्या के समय शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी कटने छिलने का भय है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपको प्रत्येक कार्य मे संभलकर रहने की सलाह है। दिन के आरम्भ से ही मन मे किसी अरिष्ट का भय बना रहेगा लोग बिना मांगे सलाह और सांत्वना दोनो देंगे लेकिन परिजनों को छोड़ अन्य कोई भी सहयोग के लिये आगे नही आएगा। कार्य व्यवसाय में मेहनत के बाद भी लाभ के लिये तरसना पड़ेगा। नौकरों एवं सहकर्मियो की गतिविधि पर नजर रखे इनकी करनी का फल आपको भुगतना पड़ सकता है। भागीदारी के कार्यो में निवेश से बचें हानि ही होगी अथवा धन के फंसने की संभावना है। आज सर पर कर्ज होने एवं लेनदार द्वारा परेशान करने पर अधिक मानसिक पीड़ा होगी। संध्या से स्थिति में कुछ सुधार आएगा किसी पुरानी योजना से कामचलाऊ धन मिलने से थोड़ी राहत मिलेगी। घर मे किसी न किसी के बीमार रहने से वातावरण अस्त व्यस्त रहेगा। ज्यादा मीठा भोजन ना करें लोहे की वस्तु से सावधानी बरतें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आप किसी मनोकामना अथवा पुरानी योजना के सफल होने से प्रसन्न रहेंगे। लेकिन कोई नया अथवा पुराना कर्ज मानसिक रूप से बेचैन रखेगा। आज किसी से भी वादा न करें अन्यथा बाद में परेशानी में पड़ सकते है। कार्य क्षेत्र पर आशा से अधिक व्यवसाय होगा लेकिन धन एक या दो कार्यो से ही संतोषजनक मिलेगा। आज आपको जल्दी से किसी के उयर विश्वास भी नही होगा अपनी कार्य शैली को अन्य लोगो पर ना थोपे जानबूझ कर सहकर्मियो का धीमी गति से कार्य करना अथवा आगे के लिये टालना गुस्सा दिलाएगा फिर भी शांत रहने का प्रयास करे। घर मे आध्यात्मिक वातावरण मिलने पर भी आप ज्यादा रुचि नही लेंगे। भाई बंधु की कोई पुरानी गलती पता लगने पर अनैतिक दबाव बनाएंगे जिससे बाद में कलह हो सकती है। संतान का सहयोग प्रत्येक क्षेत्र में मिलेगा। स्वयं अथवा परिजन की सेहत के ऊपर खर्च बढ़ेगा। वाणी में दोष रहेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन कार्य सफलता वाला रहेगा इसका लाभ उठायें अन्यथा आगे कई दिन तक ऐसी सुविधा नही मिलने पर खेद होगा। कार्य क्षेत्र पर दिन के आरंभ और अंतिम भाग में व्यस्तता अधिक रहेगी भाग्य का साथ भी मिलने से कम समय और परिश्रम में अन्य प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अधिक लाभ कमा सकेंगे लेकिन संतोष फिर भी नही होगा। प्रतिस्पर्धी कुछ समय के लिये हावी रहेंगे जिससे थोड़ी परेशानी भी होगी लेकिन यहाँ आपका अनुभव काम आएगा गुप्त युक्तियों द्वारा इनसे पार पा लेंगे। सहकर्मियो पर आवश्यकता से अधिक विश्वास करने पर धोखा हो सकता है इसका ध्यान रहे। घर मे भाई बंधुओ के साथ पैतृक कार्यो को लेकर विचार विमर्श होगा आपकी बात की शुरुआत में अनदेखी होगी लेकिन अंत मे मानना ही पड़ेगा। दाम्पत्य जीवन मे थोड़े बहुत उतारचढ़ाव लगे रहेंगे कुछ समय के लिये विरोधाभास का अनुभव भी होगा। आंखों अथवा फेफड़ो संबंधित शिकायत रह सकती है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज भी आप मन से आध्यात्म के प्रति निष्ठावान रहेंगे लेकिन दिखावे की प्रवृति भी रहने के कारण पूजा पाठ केवल व्यवहारिकता के लिये ही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर आरंभिक परेशानी के बाद वातावरण अनुकूल हो जाएगा फिर भी जल्दबाजी से बचे आपके लिये निर्णय अवश्य ही लाभ के मार्ग खोलेंगे। किसी भी कार्य से तुरंत लाभ की आशा ना रखें धन की आमद में थोड़ा विलंब हो सकता है परन्तु होगी जरूर। कार्य क्षेत्र पर पिता अथवा किसी वरिष्ठ व्यक्ति से वैचारिक मतभेद होने के कारण आवश्यक कार्य मे विलंब होगा फिर भी आपकी ही जीत होगी। सरकारी कार्य लापरवाही के चलते अधूरे रहेंगे लापरवाही से बचे अन्यथा किसी नई कानूनी उलझन में पड़ सकते है। घर का वातावरण कुछ समय के लिये आपके क्रोध के कारण अशांत बनेगा जिसे सामान्य बनाने के लिये बाद में खुशामद करनी पड़ेगी। धारदार औजारों से सावधानी बरतें। रक्त अल्पता के कारण कमजोरी महसूस होगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज दिन के पूर्वार्ध से ही शारीरिक रूप से कार्य करने में असमर्थ अनुभव करेंगे लेकिन फिर भी जबरदस्ती करने पर कम समय मे अधिक थकान होगी। छाती में संक्रमण गले मे अवरोध एवं कफ के कारण खाने पीने में भी परेशानी आएगी। व्यावसायिक कार्यो के साथ घरेलू एवं व्यक्तिगत काम काज के लिये अन्य के ऊपर निर्भर रहना पड़ सकता है। कार्य क्षेत्र पर मध्यान के बाद ही व्यवसाय में रुचि लेंगे लेकिन आज व्यवसाय की गति भी संध्या को छोड़ अन्य समय मंद ही रहेगी। किसी पुराने देनदारी को लेकर किसी से गुस्से में नाप शनाप बोलदेंगे बाद में इसका दुख भी होगा। धन की आमद खर्च अनुसार कम ही होगी। पारिवारिक जन स्वयं अवस्थ्य होने के कारण आज किसी भी मामले में सहायता नही कर पाएंगे। पूजा पाठ में आज ज्यादा तामझाम से बचे अन्यथा बाद में भारी पड़ेगा। यात्रा भी टालना बेहतर रहेगा।
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*_राम_राम_*

*💐💐सांझ की पुकार💐💐*

संध्या की लाली आकाश में घुल रही थी। एक पुराना हवेली-सा घर पहाड़ी के छोर पर खामोश खड़ा था। बरामदे में दीपक जलाने की कोशिश में नयन के हाथ काँप रहे थे। हवा बार-बार लौ को बुझा देती थी — जैसे भीतर की उम्मीद भी हर झोंके के साथ बुझती जा रही हो।

नयन के होंठों से अनजाने में वही शब्द फिसले —
*“पंहुचती होंगी सिसकियां, आँसुओं में लिपट कर…”*
उसकी आँखें दूर क्षितिज में टिक गईं। वहाँ, जहाँ कभी *सिया* उसके साथ सूर्यास्त देखा करती थी। हर शाम वे कहते थे — “देखो, दिन कैसे रात की बाहों में समा जाता है… जैसे हमारी बातें समय में।”

पर आज वही सांझ उसके लिए तन्हाई बन गई थी।
दो साल पहले, सिया अचानक शहर छोड़ गई थी। नयन ने बहुत ढूंढा, हर गली, हर डाकघर, हर ट्रेन स्टेशन… लेकिन वो लौटकर कभी नहीं आई।

आज की रात कुछ अलग थी। हवाओं में वही खुशबू थी — सिया के पसंदीदा *रजनीगंधा* फूलों की। नयन के मन ने फिर पुकारा —
*“उतर आ वापस ज़मीं पर, ओ सांझ, तुझमें ही ये भोर समाया है…”*

जैसे कोई सुन रहा हो।
बरामदे की सीढ़ियों पर हल्के कदमों की आहट गूँजी।
नयन ने पलटकर देखा — वही सलवार, वही चुन्नी, वही नज़ाकत — सिया खड़ी थी। पर उसके चेहरे पर थकान थी, जैसे सदियों की दूरी तय करके लौटी हो।

“नयन…” उसने धीमे से कहा।
वो शब्द हवा में ठहर गए।
नयन की आँखों में नमी थी, पर होंठों पर मुस्कान भी —
“मुझे पता था… मेरी सिसकियाँ पहुँचे बिना तू चैन से नहीं रह सकती।”

सिया मुस्कुरा दी, और बरामदे की चौखट पर दीपक आखिरकार जल उठा।
अंधेरा पीछे हट गया —
सांझ में फिर से *भोर उतर आई थी।*

*शिक्षा:*
कभी-कभी हमारा दुख, हमारी पुकार समय को भी पिघला देती है।
अगर प्रेम सच्चा हो, तो वह लौटकर ज़रूर आता है —
भले ही *सांझ बनकर*, या *भोर बनकर*… मगर आता है।
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।

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देवभूमि jknews

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