*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग-बुरा वक्त और सीख की किताब*
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*आज का पञ्चांग*
*दिनाँक:-15/10/2025,बुधवार*
*नवमी, कृष्ण पक्ष,*
*कार्तिक*
(समाप्ति काल)
तिथि———— नवमी 10:33:00. तक
पक्ष————————– कृष्ण
नक्षत्र———‐—- पुष्य 11:58:56
योग————– साध्य 26:55:55
करण————— गर 10:33:00
करण———– वणिज 22:29:22
वार————————- बुधवार
माह—–‐—————— कार्तिक
चन्द्र राशि——————- कर्क
सूर्य राशि——————– कन्या
रितु————————— शरद
आयन—————— दक्षिणायण
संवत्सर——————- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर) ————–सिद्धार्थी
विक्रम संवत—————- 2082
गुजराती संवत————– 2081
शक संवत—————— 1947
कलि संवत—————– 5126
सूर्योदय—————- 06:20:22
सूर्यास्त—-‐———— 17:49:04
दिन काल————– 11:28:42
रात्री काल————– 12:31:51
चंद्रास्त—————– 14:29:01
चंद्रोदय—————– 25:28:00
लग्न—- कन्या 27°43′ , 177°43′
सूर्य नक्षत्र———-‐——— चित्रा
चन्द्र नक्षत्र——————— पुष्य
नक्षत्र पाया——————- रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
ड—- पुष्य 11:58:56
डी—- आश्लेषा 18:06:10
डू—- आश्लेषा 24:15:39
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
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सूर्य= कन्या 27°49 , चित्रा 2 पो
चन्द्र= कर्क 13°30 , पुष्य 4 ङ
बुध = तुला 17°52 ‘ स्वाति 4 ता
शु क्र= कन्या 07°05, उoफाo, 4 पी
मंगल= तुला 21°30 ‘ विशाखा 1 ती
गुरु=मिथुन 29°30 पुनर्वसु, 3 हा
शनि=मीन 02°28 ‘ पूo भा o , 4 दी
राहू=(व) कुम्भ 22°10 पू o भा o, 1 से
केतु= (व) सिंह 22°10 पूoफा o 3 टी
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*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*
राहू काल 12:05 – 13:31 अशुभ
यम घंटा 07:46 – 09:13 अशुभ
गुली काल 10:39 – 12:05 अशुभ
अभिजित 11:42 – 12:28 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:42 – 12:28 अशुभ
वर्ज्यम 25:05* – 26:44* अशुभ
प्रदोष 17:49 – 20:22 शुभ
🚩गंड मूल 11:59 – अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
लाभ 06:20 – 07:46 शुभ
अमृत 07:46 – 09:13 शुभ
काल 09:13 10:39 अशुभ
शुभ 10:39 12:05 शुभ
रोग 12:05 – 13:31 अशुभ
उद्वेग 13:31 – 14:57 अशुभ
चर 14:57 – 16:23 शुभ
लाभ 16:23 17:49 शुभ
🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 17:49 – 19:23 अशुभ
शुभ 19:23 – 20:57 शुभ
अमृत 20:57 – 22:31 शुभ
चर 22:31 – 24:05* शुभ
रोग 24:05* – 25:39* अशुभ
काल 25:39*27:13* अशुभ
लाभ 27:13* – 28:47* शुभ
उद्वेग 28:47* – 30:21* अशुभ
💮होरा, दिन
बुध 06:20 -07:18
चन्द्र 07:18 -08:15
शनि 08:15- 09:13
बृहस्पति 09:13 -10:10
मंगल 10:10- 11:07
सूर्य 11:07 -12:05
शुक्र 12:05- 13:02
बुध 13:02- 13:59
चन्द्र 13:59 -14:57
शनि 14:57 -15:54
बृहस्पति 15:54 -16:52
मंगल 16:52 -17:49
🚩होरा, रात
सूर्य 17:49- 18:52
शुक्र 18:52- 19:54
बुध 19:54- 20:57
चन्द्र 20:57 -21:59
शनि 21:59- 23:02
बृहस्पति 23:02- 24:05
मंगल 24:05-25:08
सूर्य 25:08-26:10
शुक्र 26:10-27:13
बुध 27:13-28:16
चन्द्र 28:16-29:18
शनि 29:18-30:21
*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
कन्या > 04:18 से 06:34 तक
तुला > 06:34 से 08:50 तक
वृश्चिक > 08:50 से 11:06 तक
धनु > 11:06 से 13:14 तक
मकर > 13:14 से 14:54 तक
कुम्भ > 14:54 से 16:26 तक
मीन > 16:26 से 17:56 तक
मेष > 17:56 से 19:26 तक
वृषभ > 19:26 से 21:20 तक
मिथुन > 21:20 से 23:48 तक
कर्क > 23:48 से 02:00 तक
सिंह > 02:00 से 04:08 तक
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*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————- उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 9 + 4 + 1 = 29 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
राहु ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
24 + 24 + 5 = 53 ÷ 7 = 4 शेष
सभायां = सन्ताप कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
रात्रि 22:34 से प्रारम्भ
मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*गुरु हरिराय पुण्य तिथि*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
चाण्डालानां सहस्त्रैश्च सूरिभिस्तत्त्वदर्शिभिः ।
एको हि यवनः प्रोक्तो न नीचो यवनात्परः ।।
।।चाo नीo।।
विद्वान् लोग जो तत्त्व को जानने वाले है उन्होंने कहा है की मास खाने वाले चांडालो से हजार गुना नीच है. इसलिए ऐसे आदमी से नीच कोई नहीं.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: सांख्ययोग – अo-2
अथ चेत्त्वमिमं धर्म्यं सङ्ग्रामं न करिष्यसि।
ततः स्वधर्मं कीर्तिं च हित्वा पापमवाप्स्यसि॥
किन्तु यदि तू इस धर्मयुक्त युद्ध को नहीं करेगा तो स्वधर्म और कीर्ति को खोकर पाप को प्राप्त होगा
॥33॥
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
दूर से अच्छे समाचार प्राप्त होंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है, प्रयास करें। यात्रा मनोरंजक रहेगी। सामाजिक कार्य करने की इच्छा जागृत होगी। व्यापार ठीक चलेगा। परिवार के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।
🐂वृष
वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। कानूनी अड़चन दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मनोरंजन के साधन प्राप्त होंगे। तीर्थदर्शन की योजना बनेगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। परिवार के साथ रहने का अवसर प्राप्त होगा। लाभ होगा।
👫मिथुन
चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। जल्दबाजी व लापरवाही भारी पड़ सकती है। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। हल्की हंसी-मजाक न करें। विवाद हो सकता है। किसी व्यक्ति की नाराजी से मन खराब होगा। मित्रों तथा रिश्तेदारों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। मनोरंजन होगा।
🦀कर्क
बुद्धि का प्रयोग किसी भी समस्या का निवारण कर सकता है, यह याद रखें। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मित्रों का सहयोग व साथ मिलेगा। भाइयों से मतभेद दूर होंगे। व्यापार ठीक चलेगा। समय सुखमय व्यतीत होगा।
🐅सिंह
लेन-देन में जल्दबाजी न करें। समय अनुकूल है। कोई आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। मित्रों के साथ समय मनोरंजक बीतेगा।
🙍♀️कन्या
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। तनाव रहेगा। व्यापार ठीक चलेगा। यात्रा में विशेष सावधानी रखें। किसी भी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। किसी मनोरंजक कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं।
⚖️तुला
बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। काम में मन नहीं लगेगा। बाहर जाने की योजना बनेगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार के साथ समय मनोरंजन में व्यतीत होगा। आय होगी। व्यापार ठीक चलेगा।
🦂वृश्चिक
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। मनोरंजन का समय मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। कारोबारी वृद्धि की योजना बनेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। समय की अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी से कोई भी कार्य न करें। विवाद में न पड़ें।
🏹धनु
थकान व कमजोरी रह सकती है। खान-पान पर ध्यान दें। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। मित्रों की सहायता करने का मौका मिलेगा। समय अच्छा व्यतीत होगा। प्रसन्नता रहेगी।
🐊मकर
विवाद को बढ़ावा न दें। हल्की हंसी-मजाक करने से बचें। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आत्मसम्मान बनेगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे। कोई बड़ा कार्य करने की इच्छा जागृत होगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। कुसंगति से दूर रहें। हानि संभव है।
🍯कुंभ
उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति पर व्यय होगा। व्यापार लाभदायक रहेगा। कोई बड़ा कार्य होने से प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के काम में दखल न दें। मित्रों के साथ समय मनोरंजक व्यतीत होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। जल्दबाजी न करें।
🐟मीन
वाणी पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवेक से कार्य करें। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा।
*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*
*_🛕राम_राम 🚩_*
*💐बुरा वक्त और सीख की किताब*💐
एक छोटे से कस्बे में *गुर्वित* नाम का एक युवा रहता था। वह मेहनती था, लेकिन जीवन उसे बार-बार ठोकरें दे रहा था। कभी नौकरी छूट जाती, कभी दोस्त धोखा दे देते, और कभी परिवार में कोई न कोई परेशानी आ जाती। लोग कहते — “गुर्वित का वक्त बहुत खराब चल रहा है।”
शुरू में वह इन बातों से टूट गया। लेकिन एक दिन उसके गुरु *शेखर सर* ने उससे कहा —
> “बुरा वक्त तो सबका आता है बेटा, लेकिन ध्यान रखना… तुम्हारी वजह से किसी और का बुरा वक्त न आ जाए।”
ये बात गुर्वित के दिल में घर कर गई। उसने तय किया कि चाहे जो भी हो, वह दूसरों के साथ बुरा नहीं करेगा। धीरे-धीरे उसने समझा — *दूसरों को गिराकर कोई खुद ऊँचा नहीं उठ सकता।*
गुर्वित ने फिर एक बार कोशिश की — इंटरव्यू दिए, रिजेक्ट हुआ; बिज़नेस शुरू किया, घाटा हुआ। लेकिन हर बार वह खुद से कहता —
> “मैं कभी नहीं हारता। या तो मैं जीतता हूँ या फिर सीखता हूँ।”
धीरे-धीरे उसकी सोच बदल गई। अब असफलता उसे डराती नहीं थी, बल्कि सिखाती थी।
एक दिन उसकी मुलाकात पुराने स्कूल के एक अध्यापक से हुई। शिक्षक बोले —
> “तुम किताबों के सामने झुक जाओ बेटा, ये तुम्हारे सामने पूरी दुनिया को झुका देंगी।”
गुर्वित ने ये बात गंभीरता से ली। उसने पढ़ाई को अपनी ताकत बना लिया। ज्ञान उसका हथियार बन गया और वही ज्ञान उसकी असली पूंजी भी।
गुर्वित अब समझदार हो चुका था। लेकिन उसने देखा कि उसके आसपास कई लोग *रावण* की तरह हैं — झूठ, लालच, ईर्ष्या और दिखावा।
वह सोचने लगा —
> “रावण के दस चेहरे थे, मगर स्पष्ट दिखाई देते थे… आज के रावण तो मुस्कराहट के पीछे छिपे हुए हैं।”
अब वह लोगों को उनके चेहरों से नहीं, उनके कर्मों से परखने लगा।
एक दिन उसके ऑफिस में कुछ लोग गलत कामों में शामिल निकले — रिश्वत और धोखाधड़ी। जब उसने विरोध किया, तो वे बोले —
“भाई, इस दुनिया में ऐसे ही चलता है, न्याय ढूंढने मत निकलो।”
गुर्वित मुस्कराया और बोला —
> “आप उस दुनिया में कभी न्याय नहीं पाएंगे, जहाँ अपराधी ही नियम बनाते हैं।”
वह नौकरी छोड़कर खुद का ईमानदार काम शुरू कर देता है। कम कमाई होती है, लेकिन आत्मसम्मान ऊँचा होता है।
धीरे-धीरे जब उसकी सफलता दिखने लगी, तो वही लोग उसके पीछे बातें करने लगे।
किसी ने कहा — “गुर्वित घमंडी हो गया।”
किसी ने कहा — “किस्मत से चला है।”
गुर्वित बस मुस्करा कर सोचता —
> “जब तक कोई मुँह पर बात न कहे, यही समझना चाहिए कि उसने कुछ नहीं कहा।”
एक दिन उसका छोटा भाई बहुत उदास था — किसी ने उसे बुरा कहा था।
गुर्वित ने हँसते हुए कहा —
> “परेशान मत हुआ कर सबकी बातों से… कुछ लोग पैदा ही बकवास करने के लिए होते हैं।”
भाई की हँसी लौट आई, और उसी दिन गुर्वित को अहसास हुआ कि उसने जीवन का असली सबक सीख लिया है।
समय के साथ गुर्वित सफल हो गया — लेकिन उससे भी ज़्यादा, वह *संवेदनशील, ईमानदार और शांत इंसान* बन गया।
लोग आज भी कहते हैं —
“गुर्वित बहुत भाग्यशाली है।”
पर कोई नहीं जानता कि उसने अपने बुरे वक्त को *सीख में बदल दिया था* और यही उसकी असली जीत थी।
*💐शिक्षा:💐*
बुरा वक्त इंसान को तोड़ता नहीं, बल्कि तराशता है।
अगर आप हार से सीखते हैं, और दूसरों के लिए भला सोचते है,तो एक दिन पूरी दुनिया आपके सामने झुकेगी।
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।*
