*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- अंधी जवानी लंगड़ा बुढ़ापा*
*आज का पंचांग*
– तिथि: द्वितीया, 04:51:03 am तक
– पक्ष: शुक्ल
– नक्षत्र: हस्त 01:39:10 pm तक
– योग: ब्रह्म 08:21:58 pm तक
– करण: बालव 03:50:33 pm तक, कौलव 04:51:03 am तक
– चन्द्र राशि: कन्या 04:55:09 am तक, तुला 04:55:09 am से
– सूर्य राशि: कन्या
– सूर्योदय: 05:49:48 am
– सूर्यास्त: 05:53:54 pm
– दिशा शूल: उत्तर
*शुभ मुहूर्त*
– ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:35 बजे से सुबह 05:22 बजे तक
– अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:49 बजे से दोपहर 12:37 बजे तक
– अमृत काल: सुबह 07:06 बजे से सुबह 08:51 बजे तक
– विजय मुहूर्त: दोपहर 2:14 बजे से दोपहर 3:03 बजे तक
*अशुभ मुहूर्त*
– राहुकाल: दोपहर 3:15 बजे से शाम 4:46 बजे तक
– यमगंड: सुबह 9:12 बजे से 10:42 बजे तक
– गुलिक काल: दोपहर 12:13 बजे से 1:44 बजे तक
*१२ राशिफल*
– *मेष*: आज आपका दिन बेहतरीन रहेगा व अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। किसी बड़ी बाधा के दूर होने से प्रसन्नता रहेगी।
– *वृष*: दूसरों से अपेक्षा पूर्ण नहीं होने से खिन्नता रहेगी। कार्य में विलंब होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा।
– *मिथुन*: व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।
– *कर्क*: धनार्जन होगा। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी। नई योजना बनेगी।
– *सिंह*: पूजा-पाठ में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।
– *कन्या*: धनलाभ के अवसर प्राप्त होंगे। आय में निश्चितता होगी। ऐश्वर्य पर व्यय होगा।
– *तुला*: सुख के साधन जुटेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेशादि शुभ रहेंगे।
– *वृश्चिक*: आय में वृद्धि होगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। कोई बड़ा लाभ हो सकता है।
– *धनु*: थोड़ा स्वास्थ्य पर ध्यान दें। पुराना रोग उभर सकता है। भागदौड़ रहेगी।
– *मकर*: वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। कोई आवश्यक समाचार मिल सकता है।
– *कुंभ*: पराक्रम बढ़ेगा। आय में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी।
– *मीन*: आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। विवेक से कार्य करें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा ¹.
*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳*
*💐💐अंधी जवानी लंगड़ा बुढ़ापा💐💐*
संतो के मुख से ये वचन सुने थे बहुत हँसा था मगर आज सब कुछ सामने देख रहा हूँ।
एक युवक को किसी युवती से प्रेम हुआ युवती के घर वाले बड़ी मुश्किल से शादी के लिए तैयार हुए लड़की के पिता ने सोंचा कि किसी तरह से शादी टल जाये उसने शर्त रखी कि बारात में कोई बूढ़ा व्यक्ति नहीं आना चाहिए युवक ने जोश में आकर शर्त मान ली सबने कहा बुजुर्गों का बारात में क्या काम है।
युवक का नाना ज़िद पर अड़ गया मै तो चलूँगा कुछ भी हो जाए ये तय हुआ कि इन्हें छिपा कर ले चला जाए ये सामने नहीं रहेंगे छिपे रहेंगे।
बारात पहुँची लड़की के पिता ने रिश्तेदारों से बारात के स्वागत के साथ ये भी कहा कि ठीक से देख लेना कोई बुजुर्ग तो नहीं आया है यदि हो तो बारात वापस कर देना स्वागत कर्ताओं ने बारात का स्वागत किया और जाकर लड़की के पिता को सूचना दी कि कोई बुजुर्ग नहीं है।
अब लड़की के पिता ने ये कहा कि जाओ बारातियों से और दूल्हे से यह कह दो कि हमारे गाँव के बाहर का तालाब दूध से भर दे तब ये विवाह होगा अन्यथा बारात वापस ले जायें संदेशा सुनकर सबके हाथ पाँव फूल गए बारात वापसी की तैयारियाँ होने लगी अब नाना जी को बाहर निकाला गया कि बारात वापस जा ही रही है तो उन्हें छुपाने का क्या फ़ायदा नाना जी को ये शर्त पता चली तो मुस्करा कर बोले कि इन छोटी छोटी बातों पर कही बारात वापस जाती है उन्होंने कहा जाकर लड़की के पिता को कहो कि हमने तालाब को दूध से भरने की तैयारी कर ली है आप तालाब को पानी से ख़ाली करवा दीजिए लड़की के पिता को सूचना मिली तो उसने कहा ज़रूर कोई बुजुर्ग बारात में आया है वो काफ़ी समझदार भी लगता है उसने बुजुर्ग नाना का स्वागत किया और धूमधाम से विवाह सम्पन्न हुआ।
ये कहानी हमें बुजुर्गों के सम्मान के लिए शिक्षित करती है।
एक जगह दो व्यक्ति जिसमें एक अंधा और एक अपाहिज व्यक्ति रहते थे वहाँ आग लग गयी अपाहिज वहाँ से भाग नही सकता अंधा बार बार आग की तरफ़ दौड़े अपाहिज ने अंधे से कहा कि तुम मुझे कंधे पर बिठा लो मै तुम्हें रास्ता दिखाऊँगा और तुम और मै दोनो आग से सुरक्षित होकर निकल जाएँगे।
जवानी अंधी होती है बुढ़ापा लंगड़ा होता है कही पे आग लगी हो तो लंगड़ा जो दौड़ नही सकता अंधा जो देख नही सकता लंगड़ा अंधे के कंधे पर बैठ कर रास्ता ज़रूर बता सकता है दोनो आग से बच सकते है।
इस कलियुग में हर तरफ़ आग लगी हुई है अगर बुजुर्ग की बुद्धि और नौजवान की ताक़त एक हो जाए तो इस आग से बचा जा सकता है।
*सदैव प्रसन्न रहिये।*
*जो प्राप्त है, वो पर्याप्त है।।
