*“आंखों के इलाज से बचाव बेहतर”-नेत्रदान पखवाड़े के 40वें आयोजन पर विशेष*
देवभूमि जे के न्यूज़-
नेत्रदान पखवाड़े के 40वें आयोजन के चौथे दिन सरस्वती शिशु मंदिर, महाराष्ट्र भवन में नेत्रदान विषय पर एक कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में 48 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस प्रतियोगिता में आयुषी, खुशी और शिवा ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के दौरान मोहन फाउंडेशन के संचित अरोड़ा ने बच्चों को तीर-कमान, पत्थर, मिट्टी, पटाखे इत्यादि से आंखों को होने वाले खतरे और उनसे बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छोटी-सी लापरवाही भी आंखों की रोशनी छीन सकती है, इसलिए सतर्क रहना ही सबसे अच्छा बचाव है।
नेत्र दान पखवाड़े के अंतर्गत पोस्टर मेकिंग का भी आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने अपनी कल्पना शक्ति के माध्यम से नेत्र दान का संदेश दिया। प्रतियोगिता का उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को नेत्र दान से जोड़ना है ताकि समाज में अधिक से अधिक लोग नेत्र दान से प्रेरित हो।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अनीता रयाल, शिक्षिका नीलम ममगाईं, सुधीर ध्यानी, राजीव अरोड़ा, गोपाल नारंग, संगीता आनंद और गुलशन चंदानी का सहयोग सराहनीय रहा।
