उत्तराखंडधर्म-कर्मराशिफल

*आज आपका राशिफल एवं प्रेरक प्रसंग- दो अनमोल हीरे*

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*आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 19/04/2025, शनिवार*
*षष्ठी, कृष्ण पक्ष,*
*वैशाख*
(समाप्ति काल)

तिथि————- षष्ठी 18:21:17 तक
पक्ष———————— कृष्ण
नक्षत्र———— मूल 10:19:58
योग————– शिव 24:51:10
करण———- वणिज 18:21:18
वार———————- शनिवार
माह———————- वैशाख
चन्द्र राशि—————— धनु
सूर्य राशि——————- मेष
रितु———————— वसंत
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर—————- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर)———— सिद्धार्थी
विक्रम संवत————– 2082
गुजराती संवत———— 2081
शक संवत—————- 1947
कलि संवत—————- 5126
सूर्योदय————– 05:51:58
सूर्यास्त————— 18:44:57
दिन काल———— 12:52:59
रात्री काल————- 11:06:02
चंद्रास्त————– 09:56:52
चंद्रोदय—————- 24:37:22
लग्न—- मेष 4°59′ , 4°59′
सूर्य नक्षत्र————— अश्विनी
चन्द्र नक्षत्र——————- मूल
नक्षत्र पाया——————- ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

भी—- मूल 10:19:58

भू—- पूर्वाषाढा 16:45:07

धा—- पूर्वाषाढा 23:08:07

फा—- पूर्वाषाढा 29:28:52

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
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सूर्य= मेष 04°40, अश्विनी 2 चे
चन्द्र= धनु 11°30 , मूल 4 भी
बुध =मीन 07°52 ‘ उ o भा o 2 थ
शु क्र= मीन 01°05, पू o फाo’ 4 दी
मंगल=कर्क 06°30 ‘ पुष्य ‘ 1 हु
गुरु=वृषभ 24°30 मृगशिरा, 1 वे
शनि=मीन 02°28 ‘ पू o भा o , 4 दी
राहू=(व) मीन 01°35 पू o भा o, 4 दी
केतु= (व)कन्या 01°35 उ oफा o 2 टो
============================

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 09:05 – 10:42 अशुभ
यम घंटा 13:55 – 15:32 अशुभ
गुली काल 05:52 – 07: 29अशुभ
अभिजित 11:53 – 12:44 शुभ
दूर मुहूर्त 07:35 – 08:27 अशुभ
वर्ज्यम 08:37 – 10:20 अशुभ
प्रदोष 18:45 – 20:59 शुभ

🚩गंड मूल 05:52 – 10:20 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
काल 05:52 – 07:29 अशुभ
शुभ 07:29 – 09:05 शुभ
रोग 09:05 – 10:42 अशुभ
उद्वेग 10:42 – 12:18 अशुभ
चर 12:18 – 13:55 शुभ
लाभ 13:55 – 15:32 शुभ
अमृत 15:32 – 17:08 शुभ
काल 17:08 – 18:45 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:45 – 20:08 शुभ
उद्वेग 20:08 – 21:31 अशुभ
शुभ 21:31 – 22:55 शुभ
अमृत 22:55 – 24:18* शुभ
चर 24:18* – 25:41* शुभ
रोग 25:41* – 27:04* अशुभ
काल 27:04* – 28:28* अशुभ
लाभ 28:28* – 29:51* शुभ

💮होरा, दिन
शनि 05:52 – 06:56
बृहस्पति 06:56 – 08:01
मंगल 08:01 – 09:05
सूर्य 09:05 – 10:10
शुक्र 10:10 – 11:14
बुध 11:14 – 12:18
चन्द्र 12:18 – 13:23
शनि 13:23 – 14:27
बृहस्पति 14:27 – 15:32
मंगल 15:32 – 16:36
सूर्य 16:36 – 17:41
शुक्र 17:41 – 18:45

🚩होरा, रात
बुध 18:45 – 19:40
चन्द्र 19:40 – 20:36
शनि 20:36 – 21:31
बृहस्पति 21:31 – 22:27
मंगल 22:27 – 23:22
सूर्य 23:22 – 24:18
शुक्र 24:18* – 25:13
बुध 25:13* – 26:09
चन्द्र 26:09* – 27:04
शनि 27:04* – 27:59
बृहस्पति 27:59* – 28:56
मंगल 28:56* – 29:51

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

मेष > 05:36 से 07:10 तक
वृषभ > 07:10 से 09:10 तक
मिथुन > 09:10 से 11:34 तक
कर्क > 11:34 से 13:48 तक
सिंह > 13:48 से 16:04 तक
कन्या > 16:04 से 18:20 तक
तुला > 18:20 से 20:32 तक
वृश्चिक > 20:32 से 23:00 तक
धनु > 23:00 से 01:12 तक
मकर > 01:12 से 02:46 तक
कुम्भ > 02:46 से 04:10 तक
मीन > 04:10 से 05:32 तक
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*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 6 + 7 + 1 = 29 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

गुरु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

21 + 21 + 5 = 47 ÷ 7 = 5 शेष

ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

रात्रि 18:21 से प्रारम्भ

पाताल लोक = धनलाभ कारक

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*ग्रीष्म ऋतु प्रारम्भ*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

चाण्डालानां सहस्त्रैश्च सूरिभिस्तत्त्वदर्शिभिः ।
एको हि यवनः प्रोक्तो न नीचो यवनात्परः ।।
।। चा o नी o।।

विद्वान् लोग जो तत्त्व को जानने वाले है उन्होंने कहा है की मास खाने वाले चांडालो से हजार गुना नीच है. इसलिए ऐसे आदमी से नीच कोई नहीं है।

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -:श्रद्धात्रयविभागयोग :- अo-17

सत्त्वानुरूपा सर्वस्य श्रद्धा भवति भारत।,
श्रद्धामयोऽयं पुरुषो यो यच्छ्रद्धः स एव सः॥,

हे भारत! सभी मनुष्यों की श्रद्धा उनके अन्तःकरण के अनुरूप होती है।, यह पुरुष श्रद्धामय है, इसलिए जो पुरुष जैसी श्रद्धावाला है, वह स्वयं भी वही है॥,3॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
मेहनत रंग लाएगी। कार्य की प्रशंसा होगी। यात्रा सफल रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। लाभ होगा। वाहन क्रय करने के योग बनेंगे। इच्छाशक्ति का लाभ मिलेगा। पारिवारिक वातावरण से आशान्वित रहेंगे। स्थायी संपत्ति, क्रय-विक्रय से लाभ की संभावना है।

🐂वृष
पुराना रोग उभर सकता है। शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। मेहनत अधिक होगी। थकान रहेगी। व्यर्थ खींचतान में नुकसान संभव है। आर्थिक मामलों में विश्वास, भरोसे में नहीं रहें। दिन प्रतिकूल रहेगा। स्वभावगत चंचलता में कमी करना होगी।

👫मिथुन
विवेक से कार्य करें। लाभ होगा। सतर्कता एवं सावधानीपूर्वक व्यापारिक योजनाओं को अंजाम दें। विद्यार्थी शिक्षा में उल्लेखनीय सफलता अर्जित करेंगे। यात्रा न करें। पुराना रोग उभर सकता है। कार्य में लापरवाही व जल्दबाजी न करें। कुसंगति से बचें।

🦀कर्क
विवेक से कार्य करें। दूसरों पर विश्वास न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापारिक प्रतिष्ठा, लेन-देन अन्य कानूनी परेशानी संभव है। परिवार में किसी से विवाद होने की आशंका है। अनिश्चितता का वातावरण रहेगा। अपने कार्य-निर्णय गुप्त रखें। व्ययवृद्धि होगी।

🐅सिंह
उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा। बड़े एवं प्रतिष्ठित लोगों से संबंधों का लाभ मिल सकेगा। जोखिम, जवाबदारी के कामों में सावधानी आवश्यक है। पारिवारिक वातावरण खुशनुमा रहेगा।

🙍‍♀️कन्या
पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचार मिलेंगे। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। उत्तेजित न हों। लाभ होगा। रोजगार की संभावनाएँ बढ़ेंगी। महत्व के मामले सुलझेंगे। घर में मूल्यवान वस्तुओं को संभालना होगा। विरोधी, शत्रु शांत रहेंगे।

⚖️तुला
स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे। व्यापार अच्छा चलेगा। आशानुरूप आमदनी होगी। व्यापार-व्यवसाय में अनुभव, निवेश में सफलता मिलेगी। समय का सदुपयोग होगा।

🦂वृश्चिक
बेरोजगारी दूर होगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। नौकरी, रोजगार में उन्नति, सहयोग संभव है। आवश्यक मार्गदर्शन मिलेगा। संतान पक्ष के स्थायित्व की बात बनेगी। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखना होगा।

🏹धनु
परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे। कानूनी बाधा दूर होगी। अपरिचित व्यक्तियों के सहयोग से आत्मविश्वास का संचार होगा। खर्चों में कमी का प्रयास करना होगा। लाभकारी निवेश बढ़ेगा।

🐊मकर
रुका हुआ धन प्राप्त होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। थकान रहेगी। यात्रा सफल रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में पद, स्थिति से लाभान्वित हो पाएँगे। परिश्रम की अधिकता रहेगी। आर्थिक मामलों में लोभ, प्रलोभन से बचें। कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा।

🍯कुंभ
कार्यस्‍थल पर सुधार होगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। मान-सम्मान बढ़ेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। कार्य में प्रगति, उत्साह रहेगा। दूसरों की दखलंदाजी पसंद नहीं आएगी। कर्ज, लेन-देन कम होगा। भेंट, उपहार की प्राप्ति होगी।

🐟मीन
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। महत्वपूर्ण व्यक्ति सहायता को आगे आएंगे। कार्यसिद्धि होगी। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। उत्साहपूर्वक व्यावसायिक योजनाओं को पूरा करेंगे। अचानक धन की प्राप्ति संभव है। कार्यक्षमता एवं कार्यकुशलता बढ़ेगी। अनुज सहयोग करेंगे।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

*दो अनमोल हीरे*

*एक सौदागर को बाज़ार में घूमते हुए एक उम्दा नस्ल का ऊंट दिखाई पड़ा!*

_सौदागर और  ऊंट बेचने वाले के बीच काफी लंबी सौदेबाजी हुई और आखिर में सौदागर ऊंट खरीद कर घर ले आया!_
.
_घर पहुंचने पर  सौदागर ने अपने नौकर को ऊंट का कजावा ( काठी) निकालने के लिए बुलाया..!_
.
_कजावे के नीचे नौकर को एक छोटी सी मखमल की थैली मिली जिसे खोलने पर उसे कीमती हीरे जवाहरात भरे होने का पता चला..!_
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_नौकर चिल्लाया,”मालिक आपने ऊंट खरीदा, लेकिन देखो, इसके साथ क्या  मुफ्त में आया है!”_
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_सौदागर भी हैरान था, उसने अपने नौकर के हाथों में हीरे देखे जो कि चमचमा रहे थे और सूरज की रोशनी में और भी टिम टिमा रहे थे!_
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_सौदागर बोला: ” मैंने ऊंट ख़रीदा है, न कि हीरे, मुझे उसे फौरन वापस करना चाहिए!_”
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_नौकर मन में सोच रहा था कि मेरा मालिक कितना  बेवकूफ है…!_
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_बोला: “मालिक किसी को पता नहीं चलेगा!” पर, सौदागर ने एक न सुनी और वह फौरन बाज़ार पहुंचा और दुकानदार को मख़मली थैली वापिस दे दी!_ 
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_ऊंट बेचने वाला बहुत ख़ुश था, बोला, “मैं भूल ही गया था कि अपने कीमती पत्थर मैंने  कजावे के नीचे छुपा के रख दिए थे!_
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_अब आप इनाम के तौर पर कोई  भी एक हीरा चुन लीजिए!_
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_”सौदागर बोला,” मैंने ऊंट के लिए सही कीमत चुकाई है इसलिए मुझे किसी शुक्राने और ईनाम की जरूरत नहीं है!_”
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_जितना सौदागर मना करता जा रहा था, ऊंट बेचने वाला उतना ही ज़ोर दे रहा था!_
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_आख़िर में सौदागर ने मुस्कुराते हुए कहा: असलियत में जब मैंने थैली वापस लाने का फैसला किया तो मैंने पहले से ही दो सबसे कीमती हीरे इसमें से अपने पास रख लिए थे!_

_इस कबूलनामें के बाद ऊंट बेचने वाला भड़क गया उसने अपने हीरे जवाहरात गिनने के लिए थैली को फ़ौरन खाली कर लिया!_
.
_पर वह था बड़ी पशोपेश में बोला,”मेरे सारे हीरे तो यही है, तो सबसे कीमती दो कौन से थे जो आपने रख़ लिए?”_

*_सौदागर बोला:… ” मेरी ईमानदारी और मेरी खुद्दारी.”_*

🌹हमें अपने अन्दर झांकना होगा कि हम में से किस किस के पास यह 2 हीरे है।🙏🏻

*जिन जिन के पास यह 2 हीरे है वह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं।*

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देवभूमि jknews

जीवन में हमेशा सच बोलिए, ईमानदारी सर्वोत्तम नीति है!

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