Breaking NewsUNCATEGORIZEDऋषिकेश

*ऋषिकेश- हॉट सीट बनी ऋषिकेश विधानसभा सीट पर बीजेपी-कांग्रेस आखिर किस प्रत्याशी पर दांव लगायेंगे-एक विश्लेषण*

ऋषिकेश- विधानसभा की सीट पर भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस में प्रत्याशियों की इस बार बाढ़ सी आ गयी है, दोनो दलों के कार्यकर्ता इस बार अपने-अपने समर्थकों के साथ बड़े नेताओं के चक्कर काटने में लगे हुए हैं।
भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशियों में विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक प्रेम चंद्र अग्रवाल तीन बार से लगातार विधायक हैं। और इस बार भी चुनाव मैदान में ताल ठोकने के लिए तैयार है। नगर निगम की प्रथम महापौर अनिता ममगाँई प्रत्याशी ही नहीं बल्कि सशक्त दावेदारी भी प्रस्तुत कर रही हैं। इन दोनो के अतिरिक्त सर्वाधिक चौंकाने वाले नाम प्रायः शांत रह कर राजनीतिक एवं सामाजिक कार्य करने वाले देवस्थानम बोर्ड की उच्चाधिकार समिति के तथा वर्तमान में प्रदेश कार्यकारिणी समिति के सदस्य एवं उत्तराखंड परिवहन महासंघ के अट्ठारह वर्षों तक प्रदेश अध्यक्ष तथा संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के लगातार दस वर्ष अध्यक्ष रहने वाले संजय शास्त्री का नाम है। जो की छात्र राजनीति से कार्य करते हुए नगरपालिका के सभासद भी रहे हैं वर्तमान में डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक व पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के तथा पूर्व सांसद वरिष्ठ भाजपा नेता मनोहरकांत ध्यानी के सर्वाधिक निकटस्थ व श्री बद्री-केदारनाथ पंडा समाज के वरिष्ठ सदस्य उत्तराखंड आंदोलन में एवं अन्य राजनीतिक सामाजिक आंदोलनों में सक्रिय आंदोलनकारी रहे हैं तथा ऋषिकेश व निकटस्थ क्षेत्रों के धार्मिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं में निरंतर सक्रिय रहे हैं। इसके साथ ही पूर्व दर्ज़ाधारी राज्यमंत्री भगतराम कोठारी भी बीजेपी अपनी सशक्त दावेदारी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के पास प्रस्तुत कर चुके हैं। इसके साथ ही पूर्व राज्यमंत्री कृष्ण कुमार सिंघल भी कतार में खड़े हुए हैं। बीजेपी के टिकट पर पूर्व में चुनाव लड़ चुके संदीप गुप्ता, आंदोलनकारी एवं पूर्व दर्ज़ाधारी उषा रावत, भाजपा के वरिष्ठ नेता जितेन्द्र अग्रवाल, डिमरी पंचायत की सदस्य सरोज डिमरी के साथ ही जिला पंचायत के पूर्व सदस्य देवेंद्र नेगी,कपिल गुप्ता,प्रदीप दूबे भी दावेदार हैं।
एक लाख इक्यावन हजार मतदाताओं वाली इस सीट पर कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी राजपाल खरोला युवानेता, वरिष्ठ नेता और अनुभव से परिपूर्ण विजय सारस्वत,
युवा नेता जयेन्द्र रमोला, दीप शर्मा, पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण प्रमुख दावेदार हैं। कांग्रेस पार्टी के टिकट का फ़ाइनल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा ही किया जाना तय माना जा रहा है। किंतु इस में कोई दो राय नहीं है कि इस सीट पर जो हल-चल मची है उसमें पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, राजपाल खरोला,विजय सारस्वत, जयेन्द्र रमोला केंद्र बिंदु में हैं।
भारतीय जनता पार्टी के शीर्षस्थ नेतृत्व पर सभी प्रत्याशी अपने-अपने स्तर पर दबाव बनाने में लगे हैं। इस विधान सभा सीट पर मैदानी व्यवसायी, पूर्वांचल व बिहार मूल के मतदाताओं के साथ ही यमकेश्वर, नरेंद्रनगर, देवप्रयाग, प्रतापनगर, व भिलंगना विकासखंड के साथ ही टिहरी विस्थापितों की भी बहुतायत है, जो कि प्रत्याशियों की हार जीत में निर्णायक भूमिका निभाने वाले है।
इस बार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगठन व पंडा समाज के अधिकतर लोग केंद्रीय नेतृत्व पर अपने प्रत्याशी को टिकट के लिए कमर कसे हुए हैं। स्वतंत्रा सेनानियों के परिवार से जुड़े उषा रावत जहां पूर्व दर्ज़ाधारी हैं वहीं संजय शास्त्री के पिता स्वर्गीय श्री धनेश शास्त्री का ऋषिकेश एवं सम्पूर्ण गढ़वाल में व्यापक प्रभाव रहा है। उनके बड़े पुत्र होने के नाते तथा छात्र जीवन से ही छात्र राजनीति में सक्रिय सहभागिता के साथ नगर के सभी वर्ग के नागरिकों में सर्वसुलभ ग्राह्यता भी है। तथापि आने वाले दो-चार दिनों में सीट के प्रत्याशियों की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

अब देखना यह है कि ऋषिकेश जैसे हॉट सीट पर भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस किस प्रत्याशी पर अपना दांव खेलती है और किसे टिकट मिलता है।

दोनों पार्टियां जिताऊ प्रत्याशीयों की खोज में रात दिन मंथन करने में लगी है। एक तरफ आप पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की सभी 70 विधानसभा सीट पर प्रत्याशी लगभग तय कर दिए हैं परंतु अभी तक भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस में उहपोह की स्थिति बनी हुई है। लगातार मंथन जारी है, और दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व को उत्तराखंड की इस हाड़ कपाती ठंड में पसीने छूट रहे हैं, ज्यों ज्यों चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, टिकट के लिए दावेदारों की धड़कन तेज होती जा रही है।
यक्ष प्रश्न है कि ऋषिकेश जैसे हॉट सीट पर दोनों पार्टियां किस प्रत्याशी पर अपना दांव लगाती है, यह गौर करने वाली बात होगी।

जय कुमार तिवारी

*हमेशा सच का साथ देना! ईमानदारी से आगे बढ़ना, दीनहीनों की आवाज को आगे पहुंचाना। सादा जीवन उच्च विचार और प्रकृति के बनाए हुए दायरे में जीवन निर्वहन करना। झूठ बोलने वालों और फरेब से दूर रहना, कभी किसी के अहित की बात नहीं सोचना। ईश्वर मेरे साथ हमेशा खड़े हैं!*

Related Articles

error: Content is protected !!
Close