ऋषिकेशशहर में खासशिक्षा
*श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज मे 40 वर्ष की सुदीर्घ सेवा के बाद सेवानिवृत् हुए पर्यावरण मित्र :बब्बू*
श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज मे 40 वर्ष की सुदीर्घ सेवा के बाद रिजृत् हुई पर्यावरण मित्र: बब्बू
देवभूमि जे के न्यूज ऋषिकेश: 40 वर्षों से सुदीर्घालय सेवा के बाद आज 31 अगस्त 2020 को श्री भरत मंदिर इंटर कालेज मे कार्यरत श्री बब्बू पर्यावरण मित्र से सलाह लेते हैं। होते हैं। इस अवसर पर! विद्यालय के प्रधानाचार्य। & संपूर्ण स्टाफ की ओर से उन्हें विदाई दी गई।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने अपने उद्बोधन में श्री बब्बू के 40 वर्षों से की गई लगातार सेवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्य को निष्ठा और ईमानदारी के साथ पूरा किया है। कभी भी अपने कार्य के प्रति कोई ऐसा भाव नहीं जगाया जिसके कारण उनकी कोई अवहेलना हुई हो बल्कि उन्होंने हर कार्य को समर्पित होने के समय पर पूरा किया, विद्यालय की स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति बब्बू सदैव समर्पित रहे हैं। बिना बोले ही वह हर कार्य को बखूबी से खेलते थे।
उनके दो पुत्र और एक पुत्री ने भी श्री भरत मंदिर कॉलेज में ही शिक्षा ली है, लेकिन वह भी हमेशा अजीत रूप से विद्यालय में रहे हैं। विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता यमुना प्रसाद त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में बब्बू की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे अपने कर्म के प्रति हमेशा समर्पित रहे हैं। इस अवसर पर! श्री जितेंद्र बिष्ट, एनसीसी अधिकारी लखविंदर सिंह, नव इनदोला, रंजन अंथवाल, संजीव कुमार, संजीव चौधरी, विकास नेगी, धनंजय रांगड़, सुखदेव कंडवाल जय कृत रावत, सुशीला बर्थवाल। आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
विद्यालय के प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत और यमुना प्रसाद त्रिपाठी ने बब्बू को उत्तरीय पहनाते हुए ऋषिकेश नारायण भरत जी के प्रसाद स्वरूप स्मृति चिन्ह भेंट किया।
श्री बब्बू ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैंने हमेशा अपने कार्य में ईश्वर का रूप देखा है और मेरे लिए यह कार्य पावन पुनीत था, क्योंकि आज मुझे
जो कुछ भी मिला है। इस कार्य की वजह से मिला है और इस विद्यालय की वजह से मिला है।
कार्यक्रम का संचालन सुनील थपलियाल ने किया।
इस अवसर पर सुमित्रा मेहर, नीलम मनोडी, रेखा विष्ट, रमेश ग्वाड़ी, मोहन सिंह राणा, किशोर कुमार सुरेश, सावित्री किशन थापा रोहित और विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षणेत्तर कर्मचारी और बट्टू के परिवार के सदस्य उपस्थित थे।